दिसंबर से शुरु होगी रिलायंस जिओ की सेवा
नई दिल्ली: रिलायंस इंडस्ट्रीज ने शुक्रवार को कहा कि वह अपनी ब्रॉडबैंड सेवा इस साल दिसंबर तक शुरू कर सकती है और उसके जियो ब्रांड के 4जी उपकरण कम-से-कम 4,000 रुपए में मिलने शुरू हो
नई दिल्ली: रिलायंस इंडस्ट्रीज ने शुक्रवार को कहा कि वह अपनी ब्रॉडबैंड सेवा इस साल दिसंबर तक शुरू कर सकती है और उसके जियो ब्रांड के 4जी उपकरण कम-से-कम 4,000 रुपए में मिलने शुरू हो जाएंगे। कंपनी ने साथ ही कहा कि उसने इस कारोबार में अबतक एक लाख करोड़ रुपए का निवेश कर दिया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने यहां अपने शेयरधारकों से कहा, "हम अभी इस विशाल और जटिल नेटवर्क के परीक्षण के दौर से गुजर रहे हैं। अगले कुछ महीनों में हम लाखों प्रिय ग्राहकों के साथ एक व्यापक बीटा लांच की शुरुआत करेंगे।"
उन्होंने कहा, "इस बीटा कार्यक्रम का उन्नयन कर दिसंबर में इसे वाणिज्यिक संचालन का रूप दिया जाएगा।" अंबानी ने कहा कि कंपनी के पास अभी 10 करोड़ ब्रॉडबैंड और दो करोड़ फाइबर-टू-होम ग्राहकों को सेवा देने की क्षमता है।
अंबानी ने कंपनी की 41वीं सालाना आम बैठक में कहा कि कंपनी का ध्यान सस्ते और नवाचारयुक्त स्मार्टफोन पर है, जिस पर इस भविष्य की प्रौद्योगिकी का प्रसार निर्भर करता है।
उन्होंने कहा, "जियो और रिलायंस डिजिटल की टीम ने सभी प्रकार की कीमतों में वॉयस-ओवर-लांग-टर्म (वीओएलटीई) 4जी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए दुनिया के सभी प्रमुख उपकरण निर्माताओं से बात की है। इसमें एक ओर जहां अत्यधिक महंगी श्रेणी के स्मार्टफोन होंगे तो वहीं दूसरी ओर प्रवेश श्रेणी वाले सस्ते मॉडल भी होंगे।"
अंबानी ने कहा, "जियो की मजबूत पहल और सहायक वैश्विक माहौल से मुझे यह भरोसा मिल रहा है कि हम इस साल दिसंबर तक 4,000 रुपए तक की कीमत में देश में वीओएलटीई फोन पेश कर पाएंगे।"
उन्होंने कहा, "डिजिटल कारोबार में हमारी योजना गांव और शहर के अपने ग्राहकों को कंप्यूटिंग, संचार और सूचना की उतनी ही क्षमता प्रदान करना है, जितना आज से 10-15 साल पहले एक अमेरिकी राष्ट्रपति के पास थी और इसके लिए उन्हें सिर्फ 300-500 रुपए मासिक खर्च करने होंगे।"
कंपनी जियो चैट एप के अलावा कई और एप भी पेश करेगी, जिसमें स्विच-एंड-वाक एप, जियो ड्राइव (क्लाउड एप), जियो प्ले, जियो बीट्स, जियो मैग्स, जियो न्यूज और जियो मनी शामिल हैं। जियो चैट एप के तीन महीने में 10 लाख सक्रिय उपयोगकर्ता हो गए हैं।
अंबानी ने कहा, "कंपनी ने भारतीय स्टेट बैंक की साझेदारी में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी नियमों के तहत भुगतान बैंक लाइसेंस के लिए भी आवेदन किया है।"