नई दिल्ली: मंगलवार को RBI ने बहुप्रतिक्षित नीतिगत ब्याज दरों में कटौती की है। आरबीआई ने रेपो रेट को आधा फीसदी घटाया है। आधा फीसदी घटने के बाद रेपोरेट 6.75 के स्तर पर आ गया है। रेपो रेट वह दर होती है जिस पर बैंकों को आरबीआई से कर्ज मिलता है। आरबीआई की ओर से बैंकों को दिए जाने वाले कर्ज की दरों में कटौती का सीधा सा मतलब है अगर बैंक इस कटौती को आगे ग्राहकों को बढ़ाते हैं तो आम आदमी को सस्ता कर्ज मिलने का रास्ता साफ होगा।
बीते 9 महीनों में RBI ने 125 बेसिस प्वाइंट घटाईं मुख्य नीतिगत दरें
जनवरी से अब तक आरबीआई की ओर से 125 बेसिस प्वाइंट की कटौती की जा चुकी है। महंगाई का लगातार घटना ब्याज दरों में कटौती का मुख्य कारण हैं। थोक महंगाई दर (WPI) पिछले 10 महीने के सबसे निचले स्तर –4.95 फीसदी पर है। वहीं उपभोक्ता महंगाई दर अगस्त में 3.66 फीसदी के रिकॉर्ड गिरावट पर है। आज की कटौती के बाद रेपो रेट 6.75 फीसदी पर आ गई है। वहीं रिवर्स रेपो रेट 5.75 फीसदी, सीआरआर 4 फीसदी और एसएलआर 21.5 फसदी पर है।
ब्याज दरों में कटौती के बाद संभले शेयर बाजार
ब्याज दरों में कटौती की घोषणा के बाद शेयर बाजार में एकाएक उछाल देखने को मिला। हालांकि ऊपर स्तर से कुछ मुनाफावसूली तुरंत देखने को मिली। सुबह से लाल निशान में कारोबार कर रहा सेंसेक्स और निफ्टी ब्याज दरों में कटौती की घोषणा के बाद हरे निशान में कारोबार करने लगा। सबसे ज्यादा तेजी बैंकिंग और रियल्टी शेयरों में देखने को मिली। ब्याज दरों में घोषणा के करीब 15 मिनट बाद 11.15 बजे सेंसेक्स निफ्टी हल्की कमजोरी के साथ कारोबार कर रहे हैं। निफ्टी 18 अंक नीचे 7778 के स्तर पर और सेंसेक्स 50 अंकों की कमजोरी के साथ 25569 के स्तर पर है। जबकि सुबह सेंसेक्स 250 अंकों की गिरावट के साथ खुला था।
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