मुंबई: रिलायंस इंडस्ट्रीज की वार्षिक आमसभा में समूह के चेयरमैन मुकेश अंबानी को निवेशकों के तमाम तरह के सवालों का सामना करना पड़ा। निवेशकों ने मुख्य रूप से कंपनी के प्रतिष्ठित शेयर के मूल्य में आ रही गिरावट व घाटे वाले मीडिया कारोबार के संबंध में सवाल पूछे।
एक शेयरधारक के अनुसार शेयरधारकों विशेष रूप से रिलायंस इंडस्ट्रीज द्वारा गैर प्रमुख क्षेत्रों मसलन मीडिया, रिटेल, दूरसंचार आदि पर ध्यान केंद्रित किए जाने से नाखुश थे। साथ ही उनकी नाराजगी लाभांश देने में हिचकिचाहट को लेकर भी थी, जबकि समूह के पास 2,140 अरब रपये का नकदी का आरक्षित भंडार है। इसके अलावा कंपनी के पास 84,000 करोड़ रपये की नकदी पड़ी है जो उसकी चुकता इक्विटी पूंजी का 60 गुना है।
इस बीच, देश की निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी कंपनी की 41 वीं सालाना आम बैठक में मुकेश अंबानी की पत्नी व रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन नीता अंबानी भी मौजूद थीं। नियामकीय मांग को पूरा करने के लिए नीता को हाल मंे कंपनी के बोर्ड में स्वतंत्र निदेशक के रूप में शामिल किया गया है।
हालांकि, आमसभा में मुकेश अंबानी की मां कोकिलाबेन अंबानी मौजूद नहीं थीं।