नई दिल्ली: ऐप के जरिए टैक्सी सेवा मुहैया कराने वाली कंपनी Ola यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए मार्च 2016 तक दो करोड़ डॉलर (130 करोड़ रुपए) का निवेश करेगी। बेंगलुर की कंपनी ने अपने ऐप में नंबर छुपाने वाली विशिष्टता जोड़ी है जिससे चालक को ग्राहक के मोबाइल नंबर का पता नहीं चलता। Ola के मुख्य परिचालन अधिकारी प्रणय जीवराजक ने कहा, Ola मंच के सभी ड्राइवर भागीदारों की जांच की जाती है और इन्हें स्थानीय प्राधिकरण द्वारा लाइसेंस दिया जाता है। उन्हें अनिवार्य प्रशिक्षण के दौर से गुजरना पड़ता है और समय-समय पर प्रतिक्रिया के आधार पर बाद में और प्रशिक्षण दिया जाता है। उन्होंने कहा कि यह नई विशिष्टता भी इस साल सुरक्षा पहलों पर दो करोड़ डॉलर आवंटित करने की प्रतिबद्धता का अंग है।
ग्राहक का नंबर छुपाने की व्यवस्था से यात्रियों को होने वाली असुविधा का जोखिम खत्म होगा और चालकों का कॉल करने का खर्च बचेगा। उन्होंने कहा Ola वाहन चालक के व्यवहार और बातचीत की निगरानी भी कर सकेगा। नंबर छुपाने के अलावा Ola मंच पर लाइव GPS निगरानी, सेवा का ब्योरा, प्रतिक्रिया आदि की भी सुविधा होगी।
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