मुंबई: दूरसंचार उपकरण निर्माता एरिक्सन की एक रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि भारत में मोबाइल फोन उपकरण और सेवाओं की कीमतें मुनासिब होने के मद्देनजर मोबाइल कनेक्शनों की संख्या 2020 तक बढ़कर 1.4 अरब हो जाएगी। 2014 के अंत में यह 97 करोड़ थी।
आज जारी एरिक्सन मोबिलिटी रिपोर्ट में कहा गया है कि जीएसएम-ईडीजीई उपभोक्ताओं की संख्या 2015 में बढ़कर अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच जाएगी। इसके बाद इसमें कमी आयेगी क्योंकि उपभोक्ता आगे 3जी सेवाओं की तरफ बढेंगे।
इसमें कहा गया है कि 2020 तक एलटीई 4जी उपभोक्तओं की संख्या बढ़कर 23 करोड़ या कुल ग्रहाकों की करीब 17 प्रतिशत होगी।
रिपोर्ट में कहा गया कि डब्ल्यूसीडीएमए-एचएसपीए के उपभोक्ताओं की संख्या 2020 तक बढ़कर 62 करोड़ हो जाएगी जो 2014 में 12 करोड़ थी और कुल खरीद में इसका योगदान 45 प्रतिशत होगा।
भारत में इस समय जीएसम-ईडीजीई प्रौद्योगिकी का फैलाव ज्यादा है। 95 प्रतिशत लोग इसके दायरे में आते हैं। 2020 तक डब्ल्यूसीडीएमए-एचएसपीए का दायरा भी बढ़कर 90 प्रतिशत और एलटीई नेटवर्क करीब 40 प्रतिशत आबादी तक पहुंच जाएगा।
रिपोर्ट में कहा गया है स्मार्टफोन सस्ते होने से भारत में मोबाइल ब्राडबैंक की दर भी सस्ती होगी। स्मार्टफोन खरीदने वालों की संख्या 2020 तक 75 करोड़ हो जाएगी जो 2014 में 13 करोड़ थी।