मुंबई: मैगी इंस्टैंट नूडल्स बनाने वाली नेस्ले इंडिया ने आज बंबई उच्च न्यायालय को बताया कि वह इस उत्पाद की स्वतंत्र प्रयोगशाला में परीक्षण कराने के लिए तैयार है, बशर्ते कि ये परीक्षण प्रतिष्ठित वैग्यानिक की मौजूदगी में किए जाएं। न्यायमूर्ति वी एम कनाडे व न्यायमूर्ति बी पी कोलाबावाला की खंडपीठ ने नेस्ले की याचिका पर सुनवाई करते हुए कंपनी से पूछा कि क्या वह नए स्वतंत्र परीक्षणों के लिए तैयार है। इस याचिका में नेस्ले ने भारतीय खाद्य सुरक्षा मानक प्राधिकरण :एफएसएसएआई: द्वारा मैगी के नौ संस्करणों पर प्रतिबंध के आदेश को चुनौती दी है।
नेस्ले के वकील इकबाल छागला ने कहा कि कंपनी इसके लिए तैयार है। लेकिन ये परीक्षण प्रतिष्ठित वैग्यानिक की मौजूदगी में कंपनी के पास उपलब्ध नूमनोें का किया जाना चाहिए। महाराष्ट्र खाद्य एवं दवा प्रशासन के वकील दारियस खंबाटा तथा एफएसएसएआई के अधिवक्ता ने अपने मुवक्किलों से सलाह लेने के लिए कल तक का समय मांगा। खंबाटा ने कहा कि इनमें से एक नमूना राज्य एफडीए द्वारा जुटाए गए नमूनों में से होना चाहिए। न्यायधीशों ने इससे पहले कहा कि वे मैगी के स्वतंत्र परीक्षण का प्रस्ताव करते हैं। इस बारे में उन्होंने संबंधित पक्षों से विचार मांगे थे।