बर्लिन। फाक्सवैगन के निदेशक मंडल ने समूह की पोर्शे इकाई के प्रमुख मैथियास म्यूलर को नया सीईओ आज नामित किया।
पर्यवेक्षक बोर्ड की बैठक में यह नियुक्ति ऐसे समय में की गई जब इसी सप्ताह पूर्व सीईओ मार्टिन विंटरकोर्न ने कंपनी में घोटाले के मद्देनजर अपने पद से इस्तीफा दे दिया। 62 वर्षीय म्यूलर ने लोगों का विश्वास दोबारा हासिल करने के लिए सबकुछ करने का आज वादा किया। उन्होंने कहा, हमें अपनी जिम्मेदारी का अहसास है। हालांकि लापरवाही, गति से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है।
म्यूलर ने कहा कि कंपनी अधिक सख्त अनुपालन के नियम लागू करेगी। उन्होंने फाक्सवैगन को और भी मजबूत कंपनी बनाने का वादा किया। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों फाक्सवैगन ने यह स्वीकार किया था कि अमेरिका में 4,82,000 डीजल कारों में उत्सर्जन परीक्षण को चकमा देने वाले साफ्टवेयर लगे हैं। उसने कहा था कि दुनियाभर में 1.1 करोड़ कारों में यह साफ्टवेयर लगा है।
फॉक्सवैगन की डीजल गाड़ियों में प्रदूषण संबंधी धोखाधड़ी पकड़े जाने के बाद अमेरिका में कंपनी पर 18 बिलियन का जुर्माना लगाया गया है। कंपनी ने खुद स्वीकार किया कि उसके 1.1 करोड़ वाहनों में एक विशेष प्रकार के सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया गया है जिसके कारण इमिशन टेस्टिंग (प्रदूषण जांच) के दौरान सही नतीजे सामने नहीं आते हैं। इस मामले के बाद बीते बुधवार को कंपनी के सीईओ मार्टिन विंटरकॉर्न ने इस्तीफा भी दे दिया।