मुंबई: वित्त राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने आज कहा कि सरकार सुधारों के प्रति प्रतिबद्ध है, लेकिन सुधार प्रक्रिया एक दिन की कहानी नहीं है। वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज ने सुधारों में कमी का हवाला देते हुए भारत के आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को घटा दिया है जिसपर प्रतिक्रिया में सिन्हा ने यह बात कही।
सिन्हा ने कहा, जहां तक सुधारों का सवाल है हम उन्हें आगे बढ़ाएंगे। जहां तक हमारे प्रयासों का सवाल है वे निश्चित रूप से वृद्धि, रोजगार सृजन में दिखेंगे। अंतत: रेटिंग एजेंसियां भी इसे स्वीकार करेंगी।
इससे पहले मूडीज ने 2015 के लिए भारत के वृद्धि दर के अनुमान को घटाकर सात प्रतिशत कर दिया। इससे पहले उसने 7.5 प्रतिशत की वृद्धि दर का अनुमान लगाया था। इसके लिए मूडीज ने सुधारों में कमी को प्रमुख वजह बताया।
सिन्हा ने कहा कि सुधार एक दिन की कहानी नहीं हैं, लेकिन सतत प्रक्रिया हैं। इसके लिए उन्होंने सरकार की हाल की इंद्रधनुष जैसी पहल का उल्लेख किया। सुधारों की कमी के बारे में पूछे जाने पर सिन्हा ने कहा कि संसद के मानसून सत्र में गतिरोध के लिए कांग्रेस का जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने कहा,मुझे लगता है कि आपको यह संदेश संसद में हमारे कांग्रेस के सहयोगियों को देना चाहिए। शेष भारत यह उम्मीद कर रहा था कि राज्यसभा चले जिससे हम वस्तु एवं सेवा कर (GST) विधेयक को पारित करा पाएं, जो सबके लिए अच्छा है।
सिन्हा ने कहा कि जहां तक GST का सवाल है, तो संसद में गतिरोध पैदा करने का फैसला दो लोगों का था। उन्होंने हालांकि महत्वपूर्ण विधेयक को पारित करने के लिए विशेष सत्र बुलाने संबंधी सवाल का जवाब नहीं दिया। बैंकिंग प्रणाली में बढ़ती गैर निष्पादित आस्तियों NPA पर सिन्हा ने माना कि NPA बढ़ रहा है। हालांकि, साथ ही उन्होंने कहा कि यह अपने चरम पर पहुंच चुका है।