नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली सोमवार को आयकर विभाग की सालाना बैठक में कर आयुक्तों और महानिदेशकों को संबोधित करेंगे। बैठक में अन्य मुद्दों के अलावा वैर भावना से रहित कर व्यवस्था देने की नीतियों पर विचार किया जाएगा। वित्त मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक दो दिवसीय बैठक में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा और राजस्व सचिव शक्तिकांत दास भी रहेंगे। इसे नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया और भारत फोर्ज लिमिटेड के अध्यक्ष बाबासाहेब नीलकंठ कल्याणी भी संबोधित करेंगे।
बैठक में राजस्व वसूली, अग्रिम कर भुगतान और स्रोत पर कर कटौती (टीडीएस) वसूली बढ़ाने के उपायों पर भी विचार किया जाएगा।
बयान में कहा गया है, "वे वैर भावना रहित बेहतर कर वसूली सेवा देने के विभागीय लक्ष्य को बेहतर तरीके से हासिल करने के लिए अपनी-अपनी विशेषज्ञता साझा करेंगे और एक-दूसरे के अनुभवों से सीखेंगे।"
बयान के मुताबिक, "जो माहौल बनाया गया है, उसके मुताबिक अनुपालन की बाधाएं हटाई जाएंगी।" इसके कारण करदाताओं की संख्या बढ़ेगी।
2015-16 के लिए प्रत्यक्ष कर वसूली का लक्ष्य 7,97,995 करोड़ रुपये रखा गया है। यह 2014-15 की वसूली 6,95,988 करोड़ रुपये से 14.66 फीसदी अधिक है।
प्रत्यक्ष कर पर न्यायमूर्ति ए.पी. शाह की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय समिति सोमवार को पहली बैठक करेगी, जिसमें विदेशी संस्थागत निवेशकों के लिए पिछले वर्षो के लिए विवादास्पद न्यूनतम वैकल्पिक कर (एमएटी) पर विचार किया जाएगा।