नई दिल्ली: पिछले कुछ दिनों में शेयर बाजार में देखी गई भारी उठा-पटक के बीच इंडिया विक्स इंडेक्स 21.4 के स्तर पर पहुंच गया। इससे पहले विक्स में यह स्तर 25 फरवरी को देखने को मिला था। इससे पहले विक्स इंडेक्स में 21 का स्तर बजट से पहले फरवरी के महीने में देखने को मिला था। जबकि मई 2014 में लोकसभा चुनाव के नतीजो से पहले इंडिया विक्स 39.3 के स्तर पर पहुंच गया था।
डेरिवेटिव्स एनालिस्ट के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों की ओर वायदा बाजार में भारी खरीद फरोख्त के चलते विक्स इंडेक्स में यह तेजी देखने को मिल रही है।
बुधवार का सत्र भी रहा उतार-चढ़ाव वाला
बुधवार के सत्र में शेयर बाजार बढ़त के साथ खुले जरुर लेकिन करीब 2 घंटे के कारोबार करने के बाद एकाएक मुनाफावसूली हावी हो गई। मुनाफावसूली के दबाव में बाजार लाल निशान में फिसल गए। निचले स्तर से एक बार खरीदारी देखने को मिली। इसके बाद सेंसेक्स ने निचले स्तर से शानदार 500 अंकों की रिकवरी दिखाई। सत्र के अंत में सेंसेक्स 373 अंक मजबूत होकर 27251 के स्तर पर और निफ्टी 108 अंक मजबूत होकर 8235 के स्तर पर बंद हुआ।
क्या है विक्स इंडेक्स
विक्स इंडेक्स का बढ़ता ग्राफ शेयर बाजार में होने वाली उथल पुथल का पैमाना माना जाता है। विक्स इंडेक्स जितना ऊपर होता है बाजार में उतार-चढ़ाव का खतरा उतना ही अधिक रहा है। सामान्यत: 14 से नीचे विक्स इंडेक्स को बाजार के लिहाज से अच्छा माना जाता है। जबकि 20 के ऊपर निकलने पर बाजार में बड़े खतरे के संकेत के तौर पर देखा जाता है।