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औद्योगिक उत्‍पादन में तेज सुधार, अगस्‍त में IIP 6.4 फीसदी

नई दिल्‍ली: अगस्‍त में देश के औद्योगिक उत्‍पादन में तेज सुधार आया है। विनिर्माण और माइनिंग में गतिविधियां तेज होने से अगस्‍त में आईआईपी ग्रोथ 6.4 फीसदी दर्ज की गई है। इससे पहले जुलाई माह

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नई दिल्‍ली: अगस्‍त में देश के औद्योगिक उत्‍पादन में तेज सुधार आया है। विनिर्माण और माइनिंग में गतिविधियां तेज होने से अगस्‍त में आईआईपी ग्रोथ 6.4 फीसदी दर्ज की गई है। इससे पहले जुलाई माह में आईआईपी (IIP) ग्रोथ 4.1 फीसदी रही थी। सेंट्रल स्‍टैटिस्टिक्‍स ऑफि‍स (सीएसओ) द्वारा सोमवार को जारी इंडेक्‍स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्‍शन (आईआईपी) आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल-अगस्‍त के दौरान इसकी ग्रोथ पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 4.1 फीसदी ज्‍यादा है। अगस्‍त 2015 के लिए जनरल इंडेक्‍स 176.9 प्‍वाइंट रहा है, जो कि अगस्‍त 2014 के प्‍वाइंट से 6.4 फीसदी अधिक है।  

अगस्‍त 2015 में माइनिंग की ग्रोथ रेट अगस्‍त 2014 की तुलना में 3.8 फीसदी, मैन्‍युफैक्‍चरिंग की ग्रोथ रेट 6.9 फीसदी और इलेक्‍ट्रीसिटी सेक्‍टर की ग्रोथ रेट 5.6 फीसदी ज्‍यादा रही है।

रिटेल महंगाई मामूली बढ़ी

सितंबर 2015 के लिए कंज्‍यूमर प्राइस इंडेक्‍स (सीपीआई) महंगाई बढ़कर 4.41 फीसदी रही है, जो कि अगस्‍त में 3.74 फीसदी थी। कमोडिटी की गिरती कीमतों की वजह से ग्‍लोबल डिसइनफ्लेशनरी ट्रेंड बना हुआ है और इससे पिछले साल की तुलना में महंगाई कम हुई है। इससे रिजर्व बैंक को अपनी मौद्रिक नीति को आसान बनाने में मदद मिली है। इस साल जनवरी से लेकर अभी तक आरबीआई चार बार अपनी नीतिगत दरों में कटौती कर चुकी है। रेपो रेट साढ़े चार साल के सबसे निचले स्‍तर 6.75 फीसदी पर आ गया है।

इसके साथ ही, चालू वित्‍त वर्ष की पहली छमाही में इनडायरेक्‍ट टैक्‍स कलेक्‍शन 35.8 फीसदी बढ़कर 3.24 लाख करोड़ रुपए रहा है, जो कि आर्थिक गतिविधियों में विकास को दर्शाता है।  

अप्रैल-सितंबर 2014 में इनडायरेक्‍ट टैक्‍स कलेक्‍शन 2.38 लाख करोड़ रुपए था। 2015-16 की पहली छमाही में इनडायरेक्‍ट टैक्‍स कलेक्‍शन की ग्रोथ रेट बजट अनुमान के 18.8 फीसदी से दोगुनी रही है ।

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