नई दिल्ली: गुड़गांव के एक घर का 2 महीने का बिल 75 करोड़ रुपए से अधिक आया है। ये घटना सेक्टर-4 गुड़गांव में रह रहे जितेंद्र कुमार के घर की है। जितेंद्र के पैरो तले जमीन खिसक गई जब उन्होनें बिल में 10 करोड़ यूनिट खर्च करने की डीटेल सामने देखी। जितेंद्र कुमार का आरोप है कि इस मामले में बिजली निगम के अधिकारियों से संपर्क किया गया, तो इसे बड़ी तकनीकी गलती मानने के बजाय उपभोक्ता से ऑफिस के चक्कर लगवाए जा रहे हैं।
जितेंद्र सेंट्रल एक्साइज ऐंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट में सुपरिंटेंडेंट हैं। दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम ने उन्हें 13 मार्च से 13 मई 2015 तक यानी 2 महीने का बिजली का बिल भेजा। इस बिल को जमा करने की आखरी तारीख 3 जुलाई दी गई थी। उन्हें 75 करोड़ 61 लाख 36 हजार 944 रुपये का बिल भेजा गया। यह बिल 61 दिन की अवधि में बिजली खपत 9 करोड़ 98 लाख 85 हजार 982 यूनिट के ऐव्रेज में भेजी गई है।