नई दिल्ली: पार्टिसिपेटरी नोट्स को लेकर सामने आ रहीं तरह तरह की बातों के बीच आज देश के वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि पी-नोट्स के मसले पर बिना उचित मंत्रणा और सोच विचार के फैसला नहीं लिया जाएगा। पी-नोट्स के मुद्दे पर जेटली ने कहा, “कोई भी विचार पक्का करने से पहले सरकार सभी सुझावों का अध्ययन करेगी। ऐसा फैसला नहीं लिया जाएगा जो देश के निवेश पर प्रतिकूल असर डाल सकता है।” गौरतलब है कि सरकार के सामने पी-नोट्स के नियमन को और कड़ा करने का प्रस्ताव रखा गया था।
गौरतलब है कि कालेधन मुद्दे पर गठित की गई एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट में पी-नोट्स के जरिए देश में होने वाले निवेश पर कठोर नियमन की सिफारिश की है।
एसआईटी की सिफारिश-
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा कालेधन मुद्दे पर गठित की गई SIT ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। इस रिपोर्ट क जरिए सिफारिश की गई थी कि सेबी पार्टिसिपेटरी नोट्स के जरिए होने वाले निवेश संबंधी नियमों को और चुस्त और कड़ा करे।
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