नयी दिल्ली: शेयर बाजारों में आ रही जोरदार गिरावट के बावजूद वित्त मंत्री अरण जेटली ने आज कहा कि सरकार का विनिवेश कार्यक्रम तय योजनानुसार ही आगे बढ़ेगा।
सरकार ने चालू वित्त वर्ष में सार्वजनिक उपक्रमों के विनिवेश से 69,500 करोड़ रपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। इनमें से 41,000 करोड़ रपये सार्वजनिक उपक्रमों में अल्पांश हिस्सेदारी बिक्री से और 28,500 करोड़ रपये रणनीतिक हिस्सेदारी बिक्री से आएंगे।
जेटली ने यहां संवाददाताओं से कहा, जहां तक बाजारों का सवाल है मैं रोजाना के उतार-चढ़ाव के बारे में अधिक नहीं पढ़ता हूं। अर्थव्यवस्था की सेहत में सुधार के साथ मैं बाजारों में अधिक स्थिरता देखता हूं। ऐसे में सरकार का विनिवेश कार्यक्रम तय योजना के अनुरूप ही आगे बढ़ेगा।
बंबई शेयर बाजार के सैंसेक्स में आज लगातार तीसरे दिन गिरावट आई। तीन दिन में सेंसेक्स 1,035.57 अंक गंवा चुका है। जेटली ने मानसून कमजोर रहने की भविष्यवाणी से संबंधित चिंताओं को भी खारिज करते हुए कहा कि मुद्रास्फीति या किसी तरह की दबाव की स्थिति के आधार पर निष्कर्ष निकालना बहुत आगे की सोचना है।
विनिवेश विभाग को केंद्रीय मंत्रिमंडल से सार्वजनिक उपक्रमों में 50,000 करोड़ रपये की अल्पांश हिस्सेदारी की बिक्री की मंजूरी मिल चुकी है। लेकिन सरकार अभी तक चालू वित्त वर्ष में सिर्फ ग्रामीण विद्युतीकरण निगम :आरईसी: का ही विनिवेश कर पाई है।
कैबिनेट ने ओएनजीसी, भेल व एनटीपीसी में पांच-पांच प्रतिशत हिस्सेदारी बिक्री को मंजूरी दी है। इसके अलावा आईओसी, नाल्को व एनएमडीसी में 10-10 हिस्सेदारी बिक्री को मंजूरी दी गई है।