मुंबई: RBI गवर्नर रघुराम राजन ने आज कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए उभरते खतरे और अमेरिकी अर्थव्यवस्था की स्थिति संबंधी चिंता के कारण अमेरिकी फेडरल रिजर्व को मजबूरन ब्याज दर को शून्य के करीब बरकरार रखना पड़ा। राजन ने यहां कहा यदि हम आज दुनिया पर नजर डालें तो तस्वीर बहुत अच्छी नजर नहीं आती। कुछ को छोड़कर औद्योगिक देश अभी भी वृद्धि के लिए संघर्ष कर रहे हैं और अमेरिका तथा विश्व में वृद्धि संबंधी अनिश्चितता के कारण ही शायद फेडरल रिजर्व को कल ब्याज दर स्थिर रखना पड़ा। गवर्नर ने आज सुबह सी के प्रह्लाद स्मृति व्याख्यान देने से पहले यह टिप्पणी की।
अहम ब्याज दर को नहीं बदला
फेडरल रिजर्व ने कमजोर वैश्विक अर्थव्यस्था, निम्न मुद्रास्फीति और अस्थिर वित्तीय बाजारों के जोखिमों के कारण अमेरिकी ब्याज दरों को रिकार्ड निचले स्तर पर रखा है। बहुप्रतिक्षित बैठक की समाप्ति पर फेडरल रिजर्व के अधिकारियों ने आज कहा कि अमेरिकी रोजगार क्षेत्र की स्थिति मजबूत है लेकिन वैश्विक दबाव आर्थिक गतिविधियों को कम कर सकती है। चीन में सुस्ती के संकेतों ने अमेरिका और वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर निवेशकों के मन में डर पैदा कर दिया है। तेल की कम कीमतें और डॉलर के उंचे भाव के कारण महंगाई निम्न स्तर पर है।