क्या होती है सैलरी/ वेतन-
सैलरी वह एकमुश्त राशि होती है जिसे हमारे काम के एवज में दिया जाता है। जब मालिक-सेवक, नियोक्ता और कर्मचारी के बीच संबध के कारण आपको कुछ राशि दी जाती है तो उसे वेतन, मेहनताना और तनख्वाह कहा जाता है। अगर तकनीकी भाषा में समझाया जाए तो जहां कहीं भी आपसे सेवाएं ली जाती हैं और आपके द्वारा सेवाएं दी जाती हैं तो एक निश्चित धन का उपार्जन होता है जिसे वेतन कहा जाता है।
वेतन में शामिल हिस्से-
आयकर कानून की धारा 17 (1) के मुताबिक आपकी सैलरी में वेतन, वार्षिकी या पेंशन, ग्रैच्युटी, वेतन के एवज में मिलने वाला कमीशन, अनुलाभ या लाभ, सैलरी का एडवांस हिस्सा, गैर मान्यता प्राप्त प्रोविडेंट फंड से मान्यता प्राप्त प्रोविडंट फंड में स्थानांतरित की गई राशि, कंपनी द्वारा आपकी सीटीसी से काटा गया हिस्सा और उस पर मिलने वाला सालाना ब्याज, छुट्टी का वेतन, सेवा अनुंबध के मुताबिक मिलने वाला मुआवजा और केंद्र द्वारा दिया जाने वाला योगदान।
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