नई दिल्ली: 26 मई को मोदी सरकार ने एक साल पूरा कर लिया। इस एक साल की उपल्बधियों और नाकामियों पर हर किसी ने अपनी बेबाक राय रखी, लेकिन अगर बात करें शेयर बाजार की तो इसने साल भर उतार-चढ़ाव के कई मौके देखे। जहां एक ओर बाजार ने कई दिनों तक लगातार गिरावट का रुख देखा तो बाजार ने कुछ दिनों तक बढ़त का माहौल भी बनाए रखा।
26 मई 2014 से 26 मई 2015 तक सेंसेक्स में महज 11.4 फीसदी का फायदा दिखा। इस एक साल के दौरान ही बीते 4 मार्च को जब रघुराम राजन ने रेपो रेट में कमी की तो सेंसेक्स अब तक के सबसे ऊंच्चतम स्तर 30,000 को पार कर गया।
तो जैसा कि शेयर बाजार के खेल में आमतौर पर विनर और लूजर ही होते हैं तो जानिए मोदी सरकार के बीते एक साल में शेयर बाजार में कौन बना बिग विनर और कौन बना बिग लूजर। पढ़ें क्या है शेयर बाजार की जुबानी।
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