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टैक्स चोरी और ब्‍लैकमनी से निपटने के लिए ऑटोमेटिक इन्‍फार्मेशन एक्‍सचेंज जरूरी: जेटली

लीमा (पेरू): ग्लोबल स्तर पर टैक्स चोरी और ब्लैकमनी की समस्या से निपटने के लिए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बैंकिंग इन्फॉर्मेशन के ऑटोमेटिक एक्सचेंज के लिए कॉमन रिपोर्टिंग स्‍टैंडर्ड लागू करने पर जोर दिया

ब्‍लैकमनी रोकने को...- India TV Hindi ब्‍लैकमनी रोकने को ऑटोमेटिक इन्‍फार्मेशन एक्‍सचेंज जरूरी: जेटली

लीमा (पेरू): ग्लोबल स्तर पर टैक्स चोरी और ब्लैकमनी की समस्या से निपटने के लिए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बैंकिंग इन्फॉर्मेशन के ऑटोमेटिक एक्सचेंज के लिए कॉमन रिपोर्टिंग स्‍टैंडर्ड लागू करने पर जोर दिया है। जेटली ने राष्ट्रमंडल देशों के वित्त मंत्रियों की 49वीं सालाना बैठक में इन्‍फार्मेशन के ऑटोमेटिक एक्‍सचेंज के लिए ओईसीडी के प्रयासों की तारिफ की और कहा इस पर और काम करने की जरुरत है।

अधिकारिक बयान के मुताबिक जेटली ने कहा कि उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इन्फॉर्मेशन के ऑटोमेटिक एक्सचेंज लिए ग्लोबल स्तर पर पारस्परिक तरीके से साझा रिपोर्टिंग अपनाया जाना चाहिए क्यों कि टैक्स चोरी और ब्लैकमनी को रोकने में इसकी प्रमुख भूमिका होगी। ओईसीडी/जी20 का बेस इरोजन एंड प्रॉफिट शिफ्टिंग (बीईपीएस) प्रोजेक्‍ट सरकारों को इंटरनेशनल कानूनों के बीच के अंतर को कम करने में मदद।

एक अनुमान के मुताबिक बीईपीएस के कारण सालाना सरकारों को 100-240 अरब डॉलर का नुकसान हो रहा है जो ग्लोबल कार्पोरेट इंकम टैकस (सीआइटी) का चार से 10 फीसदी है। बैठक में जेटली ने कहा कि टैक्‍स चोरी पर इन्फॉर्मेशन के ऑटोमेटिक एक्सचेंज का भारत को भी फायदा मिल रहा है। उन्‍होंने इस बात पर बल दिया कि टैक्‍सेशन को लेकर ग्लोबल नियम और स्‍टैंडर्ड एक समान और वास्‍तविक बनाना चाहिए।

जेटली 7 से 11 अक्‍टूबर तक इंटरनेशनल मोनेटरी फंड और वर्ल्‍ड बैंक की एनुअल मीटिंग में शामिल होने के लिए यात्रा पर हैं।  राष्ट्रमंडल देशों के वित्त मंत्रियों की बैठक का फोकस इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर फाइनेंसिंग और स्‍मॉल स्‍टेट्स ट्रेड फाइनेंसिंग के लिए सुविधा उपलब्‍ध कराने पर है।

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