एक होगा डेटाबेस सर्वर तो समय की होगी बचत
वर्तमान में पासपोर्ट बनवाने की प्रक्रिया काफी लंबी है। पासपोर्ट बनवाते वक्त नागरिक का सबसे ज्यादा समय आखों के रेटिना की इमेज, उंगलियों के प्रिंट, डाक्यूमेंट को स्कैन करके डिटीटलाइज करने में निकल जाता है। लेकिन जब पासपोर्ट ऑफिस और विदेश मंत्रालय एक ही सर्वर पर काम करेंगे तो रेटिना की इमेज, उंगलियों के प्रिंट लेने जैसी प्रक्रिया को पहले ही पार कर चुका है। ऐसे में पासपोर्ट ऑफिस नागरिक का सारा डेटा उसी सर्वर से ले सकेगा। इस प्रक्रिया में लगने वाला समय भी काफी कम हो जाएगा।
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