नई दिल्ली: घरेलू विमान यात्रियों की संख्या जुलाई में साल-दर-साल आधार पर 29 फीसदी बढ़कर 67.45 लाख रही। इस दौरान स्पाइसजेट की सर्वाधिक 93.4 फीसदी सीटें भरीं। यह जानकारी मंगलवार को जारी एक आधिकारिक आंकड़े से मिली। गत वर्ष की समान अवधि में घरेलू विमान यात्रियों की संख्या 52.16 लाख थी।
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) द्वारा जारी आंकड़े के मुताबिक, जनवरी-जुलाई में यात्रियों की संख्या 21.13 फीसदी बढ़ी। DGCA ने अपने सांख्यिकी विश्लेषण में कहा, "घरेलू विमानन कंपनियों की यात्री संख्या जनवरी-जुलाई 2015 में 455.78 लाख थी, जो एक साल पहले समान अवधि में 376.28 लाख थी। इस तरह यात्री संख्या 21.13 फीसदी बढ़ी।"
DGCA के ताजा आंकड़े के मुताबिक, आलोच्य अवधि में स्पाइसजेट की सर्वाधिक 93.4 फीसदी सीटें भरीं। इसके बाद एयर कोस्टा की 81.7 फीसदी, गोएयर की 81.2 फीसदी, जेट एयरवेज की 81 फीसदी, एयरएशिया की 80.2 फीसदी, जेटलाइट की 80.1 फीसदी, इंडिगो की 78.4 फीसदी, एयर इंडिया के घरेलू संचालनों की 77.8 फीसदी, एयर पेगासस की 71.5 फीसदी और विस्तार की 60.3 फीसदी सीटें भरीं।
इस दौरान समय पाबंदी के पैमाने पर विस्तार 93.5 फीसदी खरी उतरी। प्रति 10 हजार यात्रियों पर सर्वाधिक 3.6 फीसदी शिकायतें एयर पेगासस के खिलाफ आईं।
आलोच्य अवधि में इंडिगो की बाजार हिस्सेदारी सर्वाधिक 35.8 फीसदी रही। इसके बाद रहे जेट एयरवेज (19.8 फीसदी), एयर इंडिया (16.2 फीसदी), स्पाइसजेट (12.3 फीसदी), गोएयर (12.3 फीसदी), जेटलाइट (3 फीसदी), एयरएशिया (1.9 फीसदी), विस्तार (1.4 फीसदी), एयर कोस्टा (1.00 फीसदी) और एयर पेगासस (0.2 फीसदी)।