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बिहार के हाजीपुर में मोबाइल लाइट की रोशनी में कराई गई महिला की डिलीवरी, खुली स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल

हाजीपुर में मोबाइल की लाइट में एक महिला ने बच्चे को जन्म दिया। लापरवाही बरतने वाले अधिकारी और स्वास्थ्य कर्मचारी और मैनेजमेंट देखने वाले अधिकारियों पर विभागीय कार्रवाई करने की बात सामने आ रही है।

हाजीपुर में मोबाइल लाइट की रोशनी में कराई गई महिला की डिलीवरी- India TV Hindi Image Source : INDIA TV हाजीपुर में मोबाइल लाइट की रोशनी में कराई गई महिला की डिलीवरी

हाजीपुरः बिहार के हाजीपुर में सरकारी अस्पताल का बुरा हाल है। प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोलते हुए का एक वीडियो सामने आया है। 20 दिन पहले जिस अस्पताल को नई बिल्डिंग में शिफ्ट कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रिमोट कंट्रोल से उद्घाटन किया था। उसका हाल बुरा है। यहां पर रेगुलर लाइट तक की सुविधा नहीं है। इस सरकारी अस्पताल में मोबाइल की लाइट में एक महिला का प्रसव कराया गया। मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य अधिकारी हरकत में आए और जांच के लिए अस्पताल पहुंचे।

आधी रात में डिलीवरी के लिए पहुंची थी महिला

जानकारी के अनुसार, हाजीपुर शादी प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बीती रात करीब 1:30 बजे दर्द से छटपटाती महिला पार्वती देवी बच्चे को जन्म देने के लिए अपने परिवार के साथ अस्पताल पहुंची तो पूरे अस्पताल में अंधेरा था। हालांकि अस्पताल में डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मचारी तैनात थे। महिला की हालात को देख डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मचारियों ने देसी जुगाड़ लगाया और मोबाइल लाइट और टॉर्च के रोशनी पर ही महिला का इलाज और डिलीवरी कराना शुरू कर दिया। लाइट नहीं होने पर डॉक्टरों ने महिला की डिलीवरी अंधेरे में ही कराई।

अस्पताल के कर्मचारियों ने दी ये जानकारी

चमचमाती हुई नई अस्पताल के भवन में बिजली पानी की समस्या यह पहली बार नहीं हुई है। खुद स्वास्थ्य कर्मचारी आशा कुमारी ने अस्पताल की लापरवाही की पोल खोली है और मीडिया के सामने बताई है कि कई बार बिजली गुल होने की समस्या सामने आती रही है। हम लोगों ने कई बार स्वास्थ्य अधिकारी को इस मामले में सूचना दिए हैं लेकिन अब तक कोई सुधार नहीं हुआ है। वहीं, डॉ अनिल कुमार ने भी बताया कि लाइट नहीं है लेकिन अस्पताल में मरीज हैं। किसी तरह इलाज किया जा रहा है। मामला सामने आने के बाद दोषी अधिकारियों पर विभागीय कार्रवाई की बात कही गई है।

रिपोर्ट- राजा बाबू