Bihar Politics: बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने आज शनिवार को महागठबंघन पर जोरदार निशाना साधते हुए कहा कि जेडीयू (JDU) के विधायक अब सुरक्षित आश्रय ढूंढने में जुटे हैं। बीजेपी के नेता ने कहा कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह भी घबराहट और परेशानी में हैं। यही नहीं उनके साथ लंबे समय तक सत्ता भोगने वाले जेडीयू के सभी लोगों की बेचैनी बढ़ी है।
जेडीयू के आरजेडी में विलय की चर्चा चली है: विजय सिन्हा
उन्होंने साफ तौर पर कहा कि जब से जेडीयू के आरजेडी में विलय की चर्चा चली है, ज्यादातर विधायक पार्टी छोड़ने का मन मिजाज बना चुके हैं। सिन्हा कहा कि जेडीयू के ये विधायक जंगलराज से गुंडाराज के सफर को स्वीकार करने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि राजद पहले ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए आश्रम तैयार कर चुका है, ऐसे में विधायक सुरक्षित आश्रय ढूंढ रहे हैं।
'इन लोगों का भी संवैधानिक संस्थाओं के प्रति अविश्वास बढ़ गया है'
नेता प्रतिपक्ष ने जेडीयू के नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि आज दुर्भाग्य है कि भ्रष्टचारी और जंगलराज को संरक्षित करने वाले पुरोधा की संगति में होने के कारण इन लोगों का भी संवैधानिक संस्थाओं के प्रति अविश्वास बढ़ गया है। उन्होंने जदयू के अध्यक्ष ललन सिंह पर सियासी हमला बोलते हुए कहा कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष पहले सीबीआई के पास राजद (RJD) के ही नेताओं के भ्रष्टाचार में लिप्त होने का सबूत पहुंचाते थे, लेकिन अब इन्हें ही सीबीआई विश्वास नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री बनने की महत्वकांक्षा में तो खैर छोटे भाई (नीतीश कुमार) अपने सजायाफ्ता बड़े भाई (लालू प्रसाद) को क्लीन चिट देने में जुटे हैं, जैसे वे चारा घोटाले में सजायाफ्ता नहीं, बल्कि जेपी आंदोलन या स्वतंत्रता संग्राम के कारण सजायाफ्ता हैं।