पटना: बिहार में शराबबंदी के बावजूद धड़ल्ले से नकली शराब बनाई भी जा रही है और बेची भी जा रही है। इसका ताजा उदाहरण पटना में देखने को मिला है। यहां एक नकली शराब बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है, जहां लाखों की नकली शराब बनाई जा रही थी। ये फैक्ट्री होम्योपैथी दवाओं के नाम पर चल रही थी। इस मामले में 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
क्या है पूरा मामला?
शराबबंदी के बावजूद शराब तस्कर बिहार की राजधानी पटना में शराब की एक फैक्ट्री खोलकर शराब का कारोबार कर रहे थे। ये फैक्ट्री होम्योपैथिक दवा बनाने के नाम पर खोली गई थी। पटना के राम कृष्णनगर थाना इलाके में शनिवार को गुप्त सूचना के आधार पर अधिकारियों ने छापेमारी की। जिसमें पता लगा कि तस्कर दवा बनाने के नाम पर स्प्रिट मंगाकर नकली और जहरीली शराब बना रहे थे। अधिकारियों की टीम इन तस्करों से पूछताछ कर रही है।
नकली शराब कई नामी ब्रांड्स के बैनर तले बनाई जा रही थी, जिससे पीने वाले को शराब के नकली होने का शक ना हो। शराब फैक्ट्री का मालिक फरार है और उसे पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है। अधिकारी प्रेम प्रकाश ने बताया कि एक ट्रक शीशे की बोतल यहां से बरामद हुई हैं। इसके अलावा कई ड्रम स्प्रिट भी मिली है और कई कंपनियों के रैपर भी बरामद हुए हैं।
अधिकारी के मुताबिक, तमाम कंपनियों की बोतल, पैकिंग मशीन को जब्त किया गया है। नकली स्प्रिट के जरिए ये लोग करोड़ों की नकली शराब बनाते थे। (इनपुट: बिट्टू कुमार)