बिहार के 2 बड़े पुलिस अधिकारियों में भारी मनमुटाव, CM नीतीश कुमार ने दिए जांच के आदेश
राज्य में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी वैभव के पीछे खड़ी दिख रही है और उसने इसे ‘बिहार के गौरव का अपमान’ से जोड़ा है।
पूर्णिया: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को खुलासा किया कि उन्होंने एक वरिष्ठ IPS ऑफिसर के साथ उसके सीनियर अफसर के कथित दुर्व्यवहार की जांच के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है। नीतीश ने हालांकि सोशल मीडिया पर अपनी आपबीती साझा करने के लिए पीड़ित अफसर को फटकार भी लगाई। अपनी ‘समाधान यात्रा’ के हिस्से के रूप में पूर्णिया जिला पंहुचे मुख्यमंत्री अग्निशमन विभाग के वर्तमान महानिरीक्षक (IG) विकास वैभव और अग्निशमन सेवा एवं होमगार्ड की महानिदेशक शोभा अहोतकर के बीच विवाद के बारे में पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे।
‘विवाद को लेकर ट्वीट करना अनुचित’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मैंने संबंधित अधिकारियों से मामले की पड़ताल करने और अपने नतीजों से मुझे अवगत कराने को कहा है। लेकिन यह बेहद अनुचित है कि कोई अधिकारी किसी विवाद को अपने सीनियर्स के सामने रखने के बजाय ट्वीट करना पसंद करता है। यह सेवा नियमों के खिलाफ है।’ वैभव ने किसी का नाम लिये बिना ‘डीजी मैडम’ के अपमानजनक व्यवहार की शिकायत की थी और दावा किया था कि उन्होंने इस तरह की एक घटना को ‘रिकॉर्ड’ भी किया है। हालांकि वैभव ने बाद में ट्वीट हटा दिये थे।
IPS वैभव के पीछे खड़ी दिख रही BJP
बता दें कि दोनों अफसरों ने इस मुद्दे पर मीडिया से बात नहीं की है। वैभव वर्ष 2003 बैच और अहोतकर 1990 बैच की IPS हैं। हालांकि, राज्य में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी वैभव के पीछे खड़ी दिख रही है और उसने इसे ‘बिहार के गौरव का अपमान’ से जोड़ा है। अहोतकर महाराष्ट्र की निवासी हैं। प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा, ‘IAS केके पाठक ने मानसिक तनाव और हताशा में होने के सबूत दिये थे और अब IPS शोभा अहोतकर भी अत्यधिक मानसिक तनाव और हताशा में हैं।’
IAS पाठक का बयान हुआ था वायरल
अतिरिक्त मुख्य सचिव स्तर के IAS अधिकारी पाठक हाल ही में एक बैठक में अपनी टिप्पणी को लेकर खबरों में थे। उत्तर प्रदेश में जन्मे पाठक का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया गया था जिसमें वह बिहार और यहां के लोगों को लेकर टिप्पणी करते दिखे थे। वीडियो के मुताबिक, वीडियो कांफ्रेंसिंग के दरम्यान महिलाओं के बीच वह बिहार प्रशासनिक सेवा (BAS) अधिकारियों को गालियां दे रहे थे।