Bridge theft again in Bihar: बिहार के बांका ज़िले से एक लोहे का पुल गायब हो गया है। चोरों ने इस पुल का दो तिहाई हिस्सा गैस कटर से काटकर चुरा लिया है। मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस जांच में जुट गई है। लाखों रुपये की लागत से पटनिया धर्मशाला से जोड़ने के लिए इस पुल का निर्माण किया गया था। सूत्रों ने बताया कि बंद पड़े पुल की लंबाई 80 फीट और चौड़ाई 15 फीट है। भागलपुर के सुल्तानगंज से देवघर में बैद्यनाथ धाम जाने वाले तीर्थयात्रियों (कांवरियों) की सुविधा के लिए इस पुल को बनाया गया। बाद में नया कच्चा कांवरिया पथ बन जाने के बाद इसे छोड़ दिया गया था।
पुल को छोड़े जाने के बाद चोरों ने उसे निशाना बनाया और उसके कई हिस्सों को उखाड़ने के लिए गैस कटर का इस्तेमाल किया। स्थानीय लोगों के मुताबिक, अब तक पुल के 50 फीसदी से ज्यादा हिस्से चोरी हो चुके हैं। ग्रामीणों ने आशंका जताई है कि विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से ही बिहार में लगातार पुलों की चोरी हो रही है। चोर लगातार पुल काटकर इसे बेच रहे हैं, पर पुलिस उनके खिलाफ कोई कड़ी कार्रवाई नहीं कर रही है।
इससे पहले भी बिहार के रोहतास जिले में लोहे के पुल की चोरी हुई थी। यहां चोरों ने 60 फीट लंबे और 500 टन वजनी लोहे के पुल को गायब कर दिया था। इस मामले में पुलिस ने जल संसाधन विभाग के एक उप-मंडल अधिकारी (SDO) सहित 8 लोगों को गिरफ्तार किया था। आरोपी के कब्जे से पुलिस को एक जेसीबी, करीब 247 किलोग्राम वजनी लोहे की चेन और अन्य सामान बारामद हुए थे।
बता दें, पुल की चोरी की घटना के बाद बिहार सरकार के मंत्री संजय झा ने ऐसे तमाम पुलों की पहचान कर उसे बेचने का आदेश दिया था जो अब बेकार पड़े हैं, ताकी इन पुलों से राजस्व प्राप्त किया जा सके।