पटना: बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को ‘भारत रत्न’ से सम्मानित करने के फैसले के लिए मंगलवार को केंद्र सरकार को धन्यवाद दिया। ठाकुर को उनकी 100वीं जयंती से एक दिन पहले देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान के लिए चुना गया है। तेजस्वी ने सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर अपने एक पुराने भाषण का वीडियो साझा करते हुए कहा, “वंचित, उपेक्षित और उत्पीड़ित वर्गों के पैरोकार, महान समाजवादी नेता एवं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर जी को ‘भारत रत्न’ देने की हमारी दशकों पुरानी मांग पूरी होने पर अपार खुशी हो रही है। इसके लिए केंद्र सरकार को साधुवाद।’’
शेयर किया पुराना ट्वीट
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के युवा नेता ने 26 जनवरी 2019 के अपने एक ट्वीट को भी साझा किया है, जिसमें उन्होंने कहा था, ‘‘श्री राम मनोहर लोहिया, जननायक कर्पूरी ठाकुर और मान्यवर कांशीराम जी को ‘भारत रत्न’ अवश्य ही मिलना चाहिए। वंचित, उपेक्षित समाज के उत्थान में उनके योगदान को कोई नहीं नकार सकता। किसी महापुरुष की विचारधारा, धर्म, जाति और वर्ग इसमें आड़े नहीं आना चाहिए।’’
कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान
बिहार के दो बार मुख्यमंत्री रहे और राज्य में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) की राजनीति के सूत्रधार माने जाने वाले कर्पूरी ठाकुर का नाम मरणोपरांत देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ के लिए चुना गया है। राष्ट्रपति भवन ने मंगलवार को उनकी जन्म शताब्दी की पूर्व संध्या पर यह घोषणा की। ‘जननायक’ के रूप में मशहूर ठाकुर पहले गैर-कांग्रेसी समाजवादी नेता थे जो दिसंबर 1970 से जून 1971 तक और दिसंबर 1977 से अप्रैल 1979 तक दो बार बिहार के मुख्यमंत्री रहे। उनका 17 फरवरी, 1988 को निधन हो गया था। ठाकुर से पहले 2019 में दिवंगत राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया था। राष्ट्रपति भवन ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि कर्पूरी ठाकुर को (मरणोपरांत) ‘भारत रत्न’ के लिए चुना गया है।
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