पटना: जमीन के बदले नौकरी घोटाले में लालू यादव के परिवार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। सीबीआई ने एक नए जोन में लालू, रावड़ी देवी, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, मीडिल मैन समेत कई सरकारी अधिकारियों के खिलाफ नया आरोप पत्र दाखिल किया है। इससे पहले लालू यादव और रावड़ी देवी के खिलाफ आरोपपत्र दायर किए जा चुके हैं। वहीं इससे पहले इसी मामले में सीबीआई ने 16 मई को देशभर में कई जगहों पर छापे मारे थे। सीबीआई की कई टीमों ने पटना, आरा, भोजपुर, दिल्ली, गुरुग्राम समेत 9 जगहों पर छापे मारे थे।
सप्लीमेंट्री नहीं बल्कि फ्रेश चार्जशीट की दाखिल
जानकरी के अनुसार, सीबीआई ने जो चार्जशीट दाखिल की है वह ये एक फ्रेश चार्जशीट है। यह सप्लीमेंट्री चार्जशीट नही है। लैंड फॉर जॉब घोटाले में तेजस्वी यादव, लालू यादव, राबड़ी देवी, मीडिल मैन, अलग-अलग तत्कालीन सरकारी अधिकारियों के खिलाफ फ्रेश चार्जशीट दाखिल हुई है। इससे पहले लैंड फॉर जॉब के एक अलग जोन में लालू और राबड़ी के खिलाफ चार्जशीट अलग दाखिल हो चुकी है। इस मामले में वो जमानत पर हैं। अब तीनों के खिलाफ फ्रेश चार्जशीट दाखिल की गई है। अब इस मामले में राऊज एवेन्यू कोर्ट में 12 जुलाई को कोर्ट में फ्रेश चार्जशीट पर सुनवाई होगी।
रेलवे के विभिन्न क्षेत्रों में ग्रुप 'डी' के पदों पर नियुक्तियां
यह कथित घोटाला उस समय हुआ था, जब लालू यादव 2004-09 की अवधि के दौरान केंद्र यूपीए-1 नीत सरकार में रेल मंत्री थे। सीबीआई का आरोप है कि भारतीय रेलवे के विभिन्न क्षेत्रों में समूह 'डी' के पदों पर विभिन्न व्यक्तियों को नियुक्त किया गया था और इसके बदले में संबंधित व्यक्तियों ने तत्कालीन रेल मंत्री लालू यादव के परिवार के सदस्यों को और इस मामले में लाभार्थी कंपनी 'एके इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड' को अपनी जमीन हस्तांतरित की थी।
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