पटना: बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव सत्तारूढ़ गठबंधन खासकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर अपने तीखे हमलों के लिए जाने जाते हैं। हालांकि, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बारे में उनके बड़े भाई तेज प्रताप यादव के विवादित बयान के बारे में पूछे जाने पर वह असहज नजर आए। तेजस्वी शुक्रवार को पटना में राष्ट्रीय जनता दल के प्रधान कार्यालय में जाति आधारित जनगणना पर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करने आए थे। जब पत्रकारों ने जगदानंद सिंह पर तेज प्रताप की 'हिटलर' वाली टिप्पणी पर उनकी प्रतिक्रिया जाननी चाही, तो उन्होंने जवाब देने से इनकार कर दिया।
तेजस्वी ने कहा कि जाति आधारित जनगणना के मुद्दे पर प्रेस मीट बुलाई गई थी। इतना कहकर वह तुरंत अन्य नेताओं के साथ कार्यक्रम स्थल से चले गए। बता दें कि तेज प्रताप यादव ने रविवार को जगदानंद सिंह की तुलना हिटलर से की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल में किसी भी नेता के लिए कोई पद (कुर्सी) स्थायी नहीं होता। एक शीर्ष अधिकारी के मुताबिक तेज प्रताप ने जानबूझकर जगदानंद सिंह के खिलाफ बयान दिया और शायद उन्हें पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद का समर्थन प्राप्त था।
जगदानंद सिंह के करीबी एक उच्च पदस्थ सूत्र ने कहा, ‘तेज प्रताप यादव ने (पार्टी के) 25वें स्थापना दिवस के दौरान जगदानंद सिंह को मंच से अपमानित किया और उस अवसर पर वर्चुअली मौजूद लालू प्रसाद ने उनकी आलोचना नहीं की। राष्ट्रीय जनता दल में किसी भी नेता के लिए तेज प्रताप यादव को चुनौती देना बेहद मुश्किल काम है। कोई भी छत्ते में हाथ नहीं डालना चाहता।’ इससे पहले तेज प्रताप के एक कार्यक्रम के पोस्टर में से तेजस्वी की तस्वीर गायब थी। इसे देखकर भी सियासी गलियारों में कई तरह की चर्चाएं चल रही थीं।