Tejashwi yadav on Agneepath scheme: बिहार में अग्निपथ योजना के विरोध में छात्रों के आक्रोश पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव का बयान आया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि अग्निपथ योजना मनरेगा जैसी पहल है या आरएसएस का कोई ‘गुप्त एजेंडा’। तेजस्वी यादव ने शनिवार को कहा कि योजना को लेकर युवाओं के मन में काफी शंकाएं हैं और इसे वापस लिया जाना चाहिए। उन्होंने आगजनी और हिंसा के लिए आरजेडी को जिम्मेदार ठहराने संबंधी बीजेपी के दावों को खारिज किया और कहा कि इसके लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है, लेकिन विपक्ष को दोषी ठहराया जा रहा है। दरअसल, अग्निपथ योजना के विरोध में बिहार बंद के आह्वान का आरजेडी ने भी समर्थन किया था। बिहार बंद के दौरान भी तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाएं सामने आई थीं।
तेजस्वी ने की युवाओं से शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अपील
प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरजेडी नेता ने सवाल किया कि क्या यह शिक्षित युवाओं के लिए मनरेगा जैसी योजना है या फिर इसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का कोई 'गुप्त एजेंडा' है। यादव ने युवाओं से योजना के विरुद्ध शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की अपील की। उन्होंने सवाल किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पूरे मुद्दे पर चुप क्यों हैं।
तेजस्वी बोले- सरकार की योजना में 'न रैंक है, न पेंशन'
'वन रैंक, वन पेंशन' के बारे में तेजस्वी ने कहा कि सरकार इसकी बात तो करती है, लेकिन ऐसी योजना लेकर आई है, जिसमें 'न रैंक है, न पेंशन'। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री यादव ने सरकार से 20 सवाल पूछे और कहा कि लोगों के मन में कई शंकाएं हैं, जिन्हें सरकार को दूर करना चाहिए।
अधिकारियों के लिए क्यों नहीं है अग्निपथ स्कीम: तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने पूछा कि अग्निपथ योजना सिर्फ युवाओं के लिए क्यों हैें, यह सेना में भर्ती होने वाले अधिकारियों के लिए क्यों नहीं हैं। उन्होंने कहा अग्निपथ योजना के विरोध में न सिर्फ बिहार बल्कि देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और जो सैनिक बनना चाहते हैं, वे आक्रोशित हैं। यादव ने इस योजना को वापस लेने की मांग की।