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Hindi News बिहार 'तेजस्वी यादव जंगलराज के युवराज, आरजेडी मतलब अराजकता', डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने बोला हमला

'तेजस्वी यादव जंगलराज के युवराज, आरजेडी मतलब अराजकता', डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने बोला हमला

डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने तेजस्वी यादव और आरजेडी पर बड़ा हमला बोला वहीं नीतीश कुमार के बारे में कहा कि वे एनडीए के साथ हैं। वो समाज में सामाजिक सौहार्द, शांति और विकास के लिए पूरी तत्परता से लगे हुए हैं।

Vijay sinha, Deputy cm- India TV Hindi Image Source : FILE डिप्टी सीएम विजय सिन्हा

गया:  बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने तेजस्वी यादव और आरजेडी पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि नरसंहार करना, हत्या, अपहरण का उद्योग चलाना आरजेडी की कार्य संस्कृति का हिस्सा है। आरजेडी और जंगलराज के युवराज नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव  हैं।

विजय सिन्हा ने गया जिले के चांद चौरा में संस्कार भारती की ओर से आयोजित मगही कला उत्सव में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी यादव पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि राजद का मतलब समाज में उन्माद पैदा करना है। राजद एक संस्कृति है, आरजेडी का मतलब अराजकता, आरजेडी का मतलब कोर्ट ने कहा जंगलराज, आरजेडी का मतलब समाज में भय पैदा करना और नरसंहार करना, हत्या, अपहरण का उद्योग चलाना आरजेडी की कार्य संस्कृति का हिस्सा है। आरजेडी और जंगलराज के युवराज नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव  हैं।

एनडीए के साथ हैं नीतीश कुमार 

उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार एनडीए के साथ हैं, वो समाज में सामाजिक सौहार्द, शांति और विकास के लिए पूरी तत्परता से लगे हुए हैं। नीतीश कुमार ने भी खुद कहा कि वो थोड़े दिन के लिए राजद का हिस्सा बने थे, लेकिन वहां तनाव पैदा किया जा रहा था, इसलिए एनडीए के साथ आने का फैसला किया। राजद समाज को लड़ाने का और जनता की गाढ़ी कमाई को लूटने का काम करती रही है। ऐसे लोगों को बिहार की जनता देख रही है।

संस्कृति से जोड़ता है संस्कार 

संस्कार भारती के कार्यक्रम को लेकर उन्होंने कहा कि जो विरासत को जानता है, वहीं भारतीय संस्कृति को आगे बढ़ाता है। पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार सांस्कृतिक विरासत और विकास दोनों का समन्वय बनाकर बिहार के गौरवशाली इतिहास को फिर से जीवंत बनाने का काम कर रहे हैं। मेरा मानना है कि संस्कार संस्कृति से जोड़ता है। हमें अपनी क्षेत्रीय संस्कृति के साथ खुद को ढालना चाहिए। मैथिली के क्षेत्र के लोगों को घर में मैथिली में जरूर बात करनी चाहिए। जो लोग मगही के क्षेत्र में रहते हैं, वह मगही में जरूर घर के अंदर बात करें। हम अपने बच्चों को यह आभास कराएं कि हम किस धर्म के और किस माटी से हैं, मेरे पूर्वजों की क्या विरासत थी, मुझको क्या करना चाहिए और कैसे संस्कारित होना चाहिए? (इनपुट-आईएएनएस)