पटना: बिहार में जहां शराबबंदी को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार दावे कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) ने नीतीश सरकार पर जोरदार हमला बोला है। तेज प्रताप यादव ने सवालिया लहजे में पूछा कि 'बिहार में संपूर्ण शराबबंदी कहां है? राज्य के बॉर्डर पर प्रशासन शराब में लिप्त है। तेज प्रताप ने बिहार में शराबबंदी को पूरी तरह से फेल बताया है और नीतीश सरकार पर आरोप लगाया कि प्रशासन के लोग ही शराब की होम डिलीवरी करवा रहे हैं। बता दें कि, बिहार में अवैध और जहरीली शराब की घटनाओं में कई लोग मारे गए हैं।
पटना में RJD नेता तेज प्रताप यादव ने कहा कि 'बिहार में संपूर्ण शराबबंदी कहां है? राज्य के बॉर्डर पर प्रशासन शराब में लिप्त है। प्रशासन के लोग, सिपाही, हवलदार सभी जगह होम डिलीवरी कर रहे हैं। जिस तरह पिज्जा की होम डिलीवरी होती है उसी तरह से IPS, IAS घरों में शराब की होम डिलीवरी कर रहे हैं।'
जैसे क्राइम कंट्रोल हुआ वैसे शराबबंदी का सख्ती से होगा पालन- नीतीश कुमार
शराबबंदी पर बिहार में जारी सियासत पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को अपने दिल्ली दौरे के दौरान विपक्षी दलों पर निशाना साधा। सीएम नीतीश ने शराबबंदी को लेकर एक बार फिर से अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और कहा कि 2016 जैसा अभियान फिर से चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि विपक्ष की बातों पर हमें आश्चर्य होता है वे जो बयान देते हैं अपने इलाके में जाकर क्यों नहीं देखते हैं? उनको इसमें कोई दिलचस्पी नहीं है। हालांकि उन्होंने एक बार फिर साफ किया कि जैसे क्राइम कंट्रोल हुआ है उसी तरह बिहार में शराबबंदी पर भी कंट्रोल होना चाहिए। बता दें, शराबबंदी पर सीएम नीतीश कुमार समीक्षा बैठक को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर सवाल उठा रहा था। तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने भी 15 सवाल पूछे थे और सीएम से जवाब मांगा था।
बीते दिनों सीएम नीतीश कुमार ने की थी 7 घंटे तक मैराथन समीक्षा बैठक
बता दें कि, बीते दिनों बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी को लेकर 7 घंटे तक मैराथन समीक्षा बैठक की थी। मुख्यमंत्री ने कहा, ''जिन्हें जो जिम्मेदारी दी गई है वो पूरी मुस्तैदी एवं मनोयोग के साथ काम करें। न राज्य में शराब आने देंगे और न किसी को शराब पीने देंगे, इसी मानसिकता के साथ काम करें।'' उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की लापरवाही पाए जाने पर सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि शराब के धंधे में किसी भी तरह से लिप्त लोगों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि पटना राजधानी है यहां विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। नीतीश ने बैठक के दौरान कहा, ''26 नवंबर को नशामुक्ति दिवस पर सभी सरकारी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को एक बार पुनः शराबबंदी को लेकर मजबूती से शपथ दिलाएं। मंत्री, विधायक, विधान पार्षद सहित सभी जनप्रतिनिधि भी शपथ लें। सभी को संकल्प लेकर शराबबंदी को कारगर बनाने के लिए एकजुट होकर काम करना है।''