अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण जारी है और 22 जनवरी को मंदिर के गर्भगृह में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इसे लेकर पूरे देश में उत्साह का माहौल बना हुआ है। हालांकि, इस बीच कई ऐसे नेता भी हैं जो राम मंदिर के विरोध में अनर्गल टिप्पणियां कर रहे हैं। इनमें से एक बड़ा नाम राजद नेता और बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री चद्रशेखर का भी है। हालांकि, अब लालू प्रसाद यादव के बेटे और बिहार सरकार के मंत्री तेज प्रताप यादव ने शिक्षा मंत्री चद्रशेखर को इस मामले में बड़ी नसीहत दे दी है।
धर्म के किसी भी लाइन से छेड़छाड़...
राजद सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप ने शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर को नसीहत देते हुए कहा है कि तेज प्रताप ने कहा कि धर्म के किसी भाी लाइन से छेड़छाड़ नहीं करना चाहिए। चाहे वो हिंदू हो मुस्लिम हो सिख हो या ईसाई हो। सबसे बड़ा धर्म इंसानियत है और उसे ही फॉलो करना चाहिए। धर्म के किसी भी लाइन पर बोलने से पहले बचना चाहिए।और सबसे पहले इंसानियत के धर्म को ही बढ़ावा देना चाहिए।
क्या बोले थे चंद्रशेखर?
बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने राम मंदिर को लेकर विवादित बयान दिया था। रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर बिहार के शिक्षा मंत्री ने बयान देते हुए कहा कि अगर आप बीमार पड़ जाएंगे या घायल हो जाएंगे मेडिकल सहायता की जरूरत पड़ेगी ना कि मंदिर जाने की। उन्होंने ये भी कहा था कि जिस स्थान को भगवान राम के लिए आवंटित किया गया है, उसका वहां दोहन हो रहा है। समाज के साजिशकर्ता रामजन्मभूमि का इस्तेमाल अपनी जेबों को भरने के लिए कर रहे हैं।
कांग्रेस शामिल होगी?
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शनिवार को कहा कि वह 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे या नहीं, इस पर वह बहुत जल्द फैसला करेंगे। खरगे,अधीर रंजन चौधरी और पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी को इस कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया गया है।
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