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Hindi News बिहार जगदानंद सिंह ने तालिबान से की RSS की तुलना, लालू का भी ‘संघी बिहार सरकार’ पर हमला

जगदानंद सिंह ने तालिबान से की RSS की तुलना, लालू का भी ‘संघी बिहार सरकार’ पर हमला

जगदानंद ने कहा कि तालिबान को धार्मिक उन्माद फैलाने के लिए जाना जाता है और भारत में RSS भी यही काम कर रहा है।

Jagdanand Singh, Jagdanand Singh RSS, Jagdanand Singh RSS Taliban, Jagdanand Singh Taliban- India TV Hindi Image Source : TWITTER राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने विवादित बयान देते हुए RSS की तुलना तालिबान के आतंकवादियों से की है।

पटना: राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने विवादित बयान देते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तुलना तालिबान के आतंकवादियों से की है। जगदानंद सिंह ने आपदा प्रकोष्ठ की बैठक में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि तालिबान एक संस्कृति है जो अफगानिस्तान में है। भारत में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी आरएसएस एक तरह से भारत का तालिबान है जो हमेशा दाढ़ी वाले, चूड़ी बेचने वाले, पंचर बनाने वाले और अल्पसंख्यकों को बेवजह पीटने का काम करता है। उन्होंने कहा कि तालिबान को धार्मिक उन्माद फैलाने के लिए जाना जाता है और भारत में RSS भी यही काम कर रहा है।

‘पीम मैटेरियल’ नीतीश कुमार पर भी ली चुटकी
जगदानंद ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी पर निशाना साधते हुए उन्हें धार्मिक उन्माद फैलाने की कोशिश करने वाला बताया। उन्होंने कहा कि लालू यादव को इसीलिए जेल भेजा गया क्योंकि वह एकता की बात करते थे और उन्होंने धार्मिक उन्माद फैलाने की कोशिश करने वाले लालकृष्ण आडवाणी को जेल भेजा था। पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए जगदानंद सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पीएम मैटेरियल बताए जाने पर भी चुटकी ली। बिहार आरजेडी के अध्यक्ष ने चुटीले अंदाज में कहा कि मैटेरियल मतलब पदार्थ होता है और वह जहां बैठता है वहां चिपक जाता है, लेकिन हमारे लालू यादव ऐसे नहीं है।

लालू यादव ने भी बोला था संघ पर हमला
जगदानंद सिंह के अलावा आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने भी बुधवार को RSS पर निशाना साधा था। लालू ने एक ट्वीट में छपरा में स्थित जय प्रकाश नारायण विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम से समाजवादी नेताओं जेपी और राम मनोहर लोहिया के विचारों को हटाने को 'असहनीय' करार दिया। अपने ट्वीट में लालू ने कहा, 'मैंने जयप्रकाश जी के नाम पर अपनी कर्मभूमि छपरा में 30 वर्ष पूर्व जेपी विश्वविद्यालय की स्थापना की थी।अब उसी यूनिवर्सिटी के सिलेबस से संघी बिहार सरकार तथा संघी मानसिकता के पदाधिकारी महान समाजवादी नेताओं जेपी-लोहिया के विचार हटा रहे है।यह बर्दाश्त से बाहर है।सरकार तुरंत संज्ञान ले।'