पटना: एनडीए विधायक दल की पटना में हुई बैठक के बाद यह तय हो गया है कि बिहार के अगले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही होंगे, लेकिन उपमुख्यमंत्री पद को लेकर सस्पेंस गहराता जा रहा है। सूबे में जब-जब एनडीए की सरकार बनी है, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ही डिप्टी सीएम की कुर्सी पर नजर आते रहे हैं, लेकिन इस बार कहानी अलग है। सुशील कुमार मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल के बायो से डिप्टी सीएम बिहार का पद हटा लिया है। साथ ही उन्होंने एक ट्वीट भी किया है, जिसे देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि वे इस बार डिप्टी सीएम की कुर्सी पर नहीं नजर आएंगे।
‘कार्यकर्ता का पद तो कोई नहीं छीन सकता’
सुशील कुमार मोदी ने रविवार को ट्वीट किया, 'भाजपा एवं संघ परिवार ने मुझे ४० वर्षों के राजनीतिक जीवन में इतना दिया की शायद किसी दूसरे को नहीं मिला होगा।आगे भी जो ज़िम्मेवारी मिलेगी उसका निर्वहन करूंगा। कार्यकर्ता का पद तो कोई छीन नहीं सकता।' इसके बाद किए गए ट्वीट्स में उन्होंने तारकिशोर प्रसाद को बीजेपी विधानमंडल का नेता और रेणु देवी को उपनेता चुने जाने पर भी बधाई दी। उन्होंने लिखा, 'नोनिया समाज से आने वाली बेतिया से चौथी बार विधायक श्रीमति रेणु देवी के भाजपा विधानमण्डल दल के उप नेता सर्वसम्मति से चुने जाने पर हार्दिक बधाई! तारकिशोरजी को भाजपा विधानमंडल का नेता सर्वसम्मति से चुने जाने पर कोटिशः बधाई!'
बिहार को मिलने वाले हैं ये 2 नए डिप्टी सीएम?
बताया जा रहा है कि इस बार बिहार में बीजेपी के 2 डिप्टी सीएम हो सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और कटिहार से विधायक तारकिशोर प्रसाद इस बार उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। सूत्रों ने बताया कि बेतिया से विधायक रेणु देवी भी उपमुख्यमंत्री बन सकती हैं। इस बात के संकेत तभी मिलने लगे थे कि जब सुशील मोदी शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ राजभवन इस्तीफा देने नहीं गए थे। वहीं, शनिवार को बीजेपी विधायक दल की बैठक में तारकिशोर प्रसाद को विधानमंडल दल (विधानसभा और विधान परिषद) का नया नेता और रेणु देवी को उपनेता चुन लिया गया, जिससे डिप्टी सीएम की कुर्सी पर इन दोनों की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है।