जब सुशील कुमार मोदी ने नीतीश कुमार को दिया था सरकार बनाने का न्योता, जानें कैसे एक बयान ने पलटी थी बाजी
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी का कैंसर के कारण निधन हो गया है। सुशील कुमार मोदी ने अपने बीमारी (कैंसर) का खुलासा अप्रैल में किया था।
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी का आज निधन हो चुका है, उन्होंने दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल में अपनी आखिरी सांस ली। सुशील कुमार मोदी और नीतीश कुमार की दोस्ती के किस्से किसी से छिपे नहीं। हम आपको वो किस्सा सुनाने जा रहे हैं जब सुशील के एक बयान ने नीतीश को बीजेपी के साथ आने का न्योता दे दिया है।
जब नीतीश की बनी सरकार
साल 2020 में बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के तहत RJD और कांग्रेस साथ लड़े और जेडीयू के साथ बीजेपी लड़ी। इस चुनाव में एनडीए को सबसे ज्यादा सीटें (125) हासिल हुई, दूसरे नंबर पर महागठबंधन (110) रही। साफ था कि जनता ने NDA को जनादेश दिया है। बीजेपी और JDU ने मिलकर सरकार बनाई। इसके बाद नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने और बीजेपी के दो नेता (तारकिशोर प्रसाद और रेनु देवी) डिप्टी सीएम।
साल में 2022 में हुई टूट
फिर 2022 में नीतीश कुमार और भारतीय जनता पार्टी में टूट हो गई। नीतीश ने बीजेपी के कोटे से बने सभी मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया और राज्यपाल को मंत्रिमंडल भंग करने का न्योता दे दिया। इसके बाद सीएम आवास पर जदयू और राबड़ी देवी के आवास में महागठबंधन की अलग-अलग बैठकों के बाद यह निर्णय लिया गया कि जेडीयू और राजद के साथ सरकार बनाएगी। इस बार सरकार बनी तो नीतीश सीएम और तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम बने। सरकार बने 2 साल होने वाले ही थे कि नीतीश का एक बार फिर मन डोलने लगा। बीजेपी ने यह भांप लिया और मौके का फायदा उठाने की कोशिश में लग गई।
नीतीश को मनाने का जिम्मा
पर बीजेपी असमंजस में थी कि नीतीश आएंगे भी या नहीं। कारण क्योंकि कई जगह बीजेपी के दिग्गज नेता नीतीश पर सीधा हमला कर चुके थे। वहीं, बिहार के बड़े नेता भी इससे अछूता नहीं थे तो ऐसे में बीजेपी को याद आए उनके पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी। BJP को पता था कि नीतीश कुमार और सुशील मोदी की ट्यूनिंग कमाल की है। वैसे भी बिहार में कहा जाता है बीजेपी में नीतीश कुमार के 'दोस्त' सिर्फ सुशील मोदी थे। दोनों का पॉलिटिकल करियर भी पटना यूनिवर्सिटी से ही शुरू हुई थी, तो ऐसे में बीजेपी ने इस बार भी नीतीश कुमार को एनडीए में लाने के लिए सुशील मोदी को आगे कर दिया।
फिर दिया ये बड़ा बयान
सुशील मोदी ने भी पार्टी को अश्वासन दिया कि वो कुछ जरूर करेंगे। इसके बाद बिहार की डगमगाती सरकार के बीच पटना में उन्होंने जनवरी 2024 में प्रेस के सामने एक बयान दिया जिससे नीतीश के लिए बीजेपी में दरवाजे खुल गए। सुशील ने कहा, "राजनीति में दरवाजे कभी भी स्थाई तौर पर बंद नहीं होते। वे (दरवाजे) जरूरत के हिसाब से खोले जाते हैं।" इसके बीजेपी और जेडीयू की दोबारा सरकार बन गई। फिर से नीतीश सीएम बने और इस बार डिप्टी सीएम बने बीजेपी के सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा।
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