देश में ऐतिहासिक महत्व रखने वाले कई रेलवे स्टेशनों के नाम बदलने की कड़ी में अब बिहार के सुल्तानगंज रेलवे स्टेशन का नाम भी जुड़ने वाला है। ईस्टर्न रेलवे के मालदा मंडल में पड़ने वाले इस स्टेशन का नाम बदलने को लेकर कोशिशें शुरू कर दी गयी हैं। डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने इस बारे में पटना में 'बोल बम कावंडिया सेवा सम्मान समारोह' को सम्बोधित करते हुए कहा कि सुल्तानगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदल कर अजगैबीनाथ किया जाएगा। इस सम्बन्ध में वे रेल मंत्री से मिलकर शीघ्र इस काम को पूरा करवाएंगे।
सुल्तानगंज का नाम होगा अजगैबीनाथ
दरअसल, सुल्तानगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर अजगैबीनाथ धाम करने के प्रस्ताव को स्थानीय नगर परिषद ने जून महीने में ही पास किया था और इसको लेकर राज्य सरकार और नगर विकास विभाग को पत्र भी लिखा गया था। 2007 से ही यहां के मुख्य महंत, जूना अखाड़ा समिति, स्थानीय नागरिकों और पंडा समाज की मांग रही है कि सुल्तानगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर अजगैबीनाथ धाम रखा जाए।
सुल्तानगंज क्यों है प्रसिद्ध
भागलपुर जिले में पड़ने वाला सुल्तानगंज विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला, अजगैबीनाथ धाम और उत्तरवाहिनी गंगा के लिए प्रसिद्ध है। बताया जाता है कि पहले सुल्तानगंज हिरण्य पुरी या अजगैबीनाथ धाम के नाम से जाना जाता था। यहां बौद्ध विहार हुआ करते थे। मुगल शासकों ने इसका नाम बदलकर सुल्तानगंज किया था। यहां श्रावणी मेले का बहुत महत्व है और दूर दूर से श्रद्धालु यहां सावन मास में आते हैं और यहां से गंगाजल लेकर भोले बाबा का जलाभिषेक किया जाता है। अजगैबीनाथ धाम भगवान शिव का प्रमुख तीर्थस्थल है। यह उत्तरवाहिनी गंगा किनारे स्थित है और श्रावण मास में यहां करोड़ों शिवभक्त कांवड़ियों के रूप में बोलबम यात्रा के लिए आते हैं।