नई दिल्ली। प्रवासी मजदूरों को गृहराज्य पहुंचाने के लिए भारतीय रेलवे की तरफ से चलाई जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को लेकर सियासत तेज हो गई है। प्रवासी मजदूरों के ट्रेन किराए को लेकर बिहार और दिल्ली सरकार आमने-सामने आ गई हैं। दिल्ली से 8 मई (शुक्रवार) को चली श्रमिक स्पेशल ट्रेन मुजफ्फरपुर पहुंच चुकी है, लेकिन किराए को लेकर बिहार और दिल्ली सरकार के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है।
मजदूरों के किराए को लेकर बिहार सरकार का दिल्ली सरकार पर आरोप
बिहार सरकार में मंत्री संजय कुमार झा ने कहा, मैंने दिल्ली के एक मंत्री के एक ट्वीट को देखा कि वे उन 1200 प्रवासियों के टिकट का भुगतान कर रहे हैं, जो दिल्ली से मुजफ्फरपुर की यात्रा कर रहे हैं। मेरे पास उनकी सरकार द्वारा बिहार सरकार से किराए के भुगतान के लिए पत्र भेजा गया है। एक तरफ आप यह कहते हुए वाहवाही लूट ले रहे हैं कि आप उन्हें अपने पैसे वापस भेज रहे हैं और दूसरी तरफ आप बिहार सरकार से पैसे वापस करने के लिए कह रहे हैं।
दिल्ली से बिहार तक प्रवासी मजदूरों की घर वापसी पर सियासत के बीच बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की जबरदस्त तारीफ की है। जेडीयू प्रवक्ता अजय आलोक ने दिल्ली सरकार के दावों को बताया गलत- कहा केजरीवाल को तत्काल किराया देने की बात कही थी, बाद में सारा पैसा बिहार सरकार लौटाएगी। प्रवासी मजदूरों के रेल किराए को लेकर AAP और जेडीयू में ठन गई है। दिल्ली सरकार ने रेल किराया देने का किया दावा किया है जबकि जेडीयू ने दावों को खारिज किया है। जेडीयू ने कहा हम बाद में दिल्ली सरकार को किराया देंगे।
बता दें कि, शुक्रवार (8 मई) को दिल्ली से दूसरी श्रमिक स्पेशल ट्रेन बिहार के मुजफ्फरपुर के लिए रवाना हुई, जिसमें लगभग 1200 प्रवासी श्रमिकों को घर पहुंचाया गया है। दिल्ली सरकार के श्रम मंत्री गोपाल राय ने ट्विट कर जानकारी दी थी कि सभी यात्रियों का किराया दिल्ली सरकार उठाएगी। हालांकि, अब बिहार सरकार ने मजदूरों के किराए को लेकर दिल्ली सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। दरअसल, दिल्ली से बिहार वापस लौटे मजदूरों में कोरोना पॉजीटिव पाए जाने के बाद से किराए को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है।