बिहार में आज शिक्षा विभाग के आदेश के अनुसार स्कूल खुले तो हैं लेकिन स्कूल पहुंचते-पहुंचते शिक्षकों की हालत खराब हो गई। कई शिक्षक रास्ते में कीचड फेंके जाने की वजह से कीचड़ और गोबर में सने हुए स्कूल पहुंचे। बिहार की अलग-अलग जगहों की ऐसी कई तस्वीरें वायरल हो रही हैं। ऐसे में स्कूल जाते वक्त खासकर महिला शिक्षकों को काफी दिक्क़तों का सामना करना पड़ा। कई शिक्षकों को स्कूल आने के दौरान रास्ते मे रंग और कीचड़ से सामना करना पड़ा। कुछ शिक्षकों ने अपनी बाइक पर "शिक्षक हूं" लिखकर सुरक्षित स्कूल जाने देने के आग्रह वाला पोस्टर लगा रखा था।
के के पाठक के फैसले से शिक्षक नाराज
वहीं कुछ स्कूलों में बच्चों के बिना बैठे शिक्षकों ने होली का गीत गाकर होली मनाई। बिहार में अवकाश तालिका में 26 और 27 मार्च को होली की छुट्टी दी गयी है। लेकिन बिहार में आज और कल, लोग दो दिन होली लोग मना रहे हैं। बता दें कि बिहार के स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति के अलावा करीब 20 हजार चयनित शिक्षकों को प्रशिक्षण संस्थानों में आज से 30 मार्च तक ट्रेनिंग भी दी जा रही है। हालांकि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक के इस फैसले से शिक्षक काफी नाराज हैं। कई राजनीतिक दलों ने भी शिक्षा विभाग के इस फैसले को लेकर नाराजगी जाहिर की थी लेकिन विभाग ने फैसला नहीं बदला।
SCERT के तमाम कर्मचारियों की भी छुट्टी रद्द
गौरतलब है कि शिक्षा विभाग ने कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों पढ़ाने वाले करीब 20 हजार शिक्षकों को 25 मार्च से 30 मार्च तक ट्रेनिंग लेने के लिए राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद (SCERT) के सेंटर पर उपस्थित होने का आदेश दिया है। शिक्षा विभाग ने न सिर्फ शिक्षकों बल्कि SCERT के तमाम कर्मचारियों और अधिकारियों की भी होली की छुट्टी रद्द कर दी है। बिहार में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ कि होली जैसे पर्व में भी सरकारी शिक्षकों को ट्रेनिंग के लिए आने को कहा जाये।
गुड फ्राइडे की छुट्टी रद्द की गई
वहीं इससे पहले 29 मार्च को गुड फ्राइडे की छुट्टी को भी रद्द करके उस दिन स्कूल में परीक्षा लिए जाने का आदेश जारी किया गया है। इस संबंध में राज्यपाल के प्रधान सचिव ने मुख्य सचिव को पत्र भी लिखा है कि ईसाई समुदाय के पर्व के दिन स्कूल की छुट्टी क्यों रद्द की गयी है।
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