पटना। कोरोना की वजह से बिहार में लगाए गए लॉकडाउन में बड़ी छूट दी गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि राज्य में 11वीं-12वीं कक्षा के लिए स्कूल, सभी कॉलेज, विश्वविद्यालय, तकनीकी शिक्षण संस्थान और सरकारी प्रशिक्षण संस्थान खोले जाएंगे। हालांकि इन सभी शिक्षण संस्थानों में एक बार सिर्फ 50 प्रतिशत छात्रों के आने की ही अनुमति होगी, यानि रोजाना सभी छात्र शिक्षण संस्थान में नहीं जा सकेंगे। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया शिक्षण संस्थानों के व्यस्क छात्र-छात्राओं, शिक्षकों और कर्मियों के लिए वैक्सीन के टीकाकरण की विशेष व्यवस्था की जाएगी।
बिहार में सिर्फ स्कूल और कॉलेज ही नहीं बल्कि सभी सरकारी और गैर सरकारी कार्यालयों को खोलने की अनुमति भी दे दी गई है। मुख्यमंत्री नीतीष कुमार ने बताया कि जो व्यक्ति वैक्सीन का टीका लगवा चुके हैं वे सरकारी और गैर सरकारी कार्यालयों में काम करवाने के लिए प्रवेश भी कर सकेंगे। इसके अलावा राज्य में रेस्टोरेंट और खाने पीने की दुकाों को खोलने की अनुमति भी दे दी गई है, हालांकि वहां पर सिर्फ 50 प्रतिशत व्यक्तियों को बैठकर खाना खाने की ही अनुमति होगी। बिहार में कोरोना को लेकर दी गई ये तमाम छूट 7 जुलाई से लागू होगी।
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बिहार में हाल के दिनों में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से कमी देखने को मिली है, राज्य में अब सिर्फ 1436 एक्टिव कोरोना केस बचे हैं। रविवार को सामने आए आंकड़ों के अनुसार बिहार में कोरोना की वजह से 24 घंटों में 2 लोगों की जान गई है। अबतक बिहार में कोरोना वायरस की वजह से 9601 लोगों की जान जा चुकी है। बिहार में कोरोना वायरस से रिकवरी की दर बढ़कर 98.47 प्रतिशत तक पहुंच गई है। राज्य में दरभंगा, कटिहार, भागलपुर, गया और बेगूसराय में ही ज्यादा एक्टिव कोरोना मामले हैं, हालांकि कोई भी जिला ऐसा नहीं हा जहां पर एक्टिव कोरोना मामलों का आंकड़ा 3 अंकों में हो। कई जिले राज्य में कोरोना मुक्त हो चुके हैं। रविवार को आए आंकड़ों के अनुसार पूरे बिहार में सिर्फ 109 ही नए कोरोना केस सामने आए हैं।