बिहार में रामनवमी जुलूस के दौरान भड़की हिंसा के बाद प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में है। इस बीच, प्रशासन ने सासाराम में आज शुक्रवार को जुमे की नमाज को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। सासाराम में जुमे की नमाज के मद्देनजर कुल 28 मस्जिदों के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किए गए हैं। बता दें कि सासाराम में रामनवमी के अगले दिन जुमे की नमाज के बाद हिंसक झड़प हुई थी।
हिंसा के बाद लगातार इंटरनेट सेवा बाधित
सासाराम में पुलिस के अलावा RAF, SSB, STF और BMP भी तैनात किया गया है। संवेदनशील जगहों पर मजिस्ट्रेट भी मौजूद रहेंगे। जुमे की नमाज के दौरान 102 जगहों पर दंडाधिकारी के साथ पुलिस बल भी तैनात रहेगा। वहीं, रामनवमी पर हुई हिंसा के बाद लगातार इंटरनेट सेवा बाधित है। सासाराम में 8 अप्रैल तक इंटरनेट बंद रखने का फैसला किया गया है।
बीजेपी नेताओं को मार्च में शामिल होने से रोका
वहीं, सासाराम के सद्भावना मार्च में शामिल होने बीजेपी नेताओं के साथ पहुंचे पूर्व डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद और रेणु देवी को प्रशासन ने मार्च में शामिल होने से रोक दिया। तार किशोर प्रसाद और रेणू देवी के नेतृत्व में सासाराम आ रहे लगभग 15 बीजेपी नेताओं के दल को बिक्रमगंज के मोहनी के पास रोक दिया गया। यह प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिवारों से मिलने सासाराम आ रहा था।
सीएम नीतीश पर भड़के पूर्व उपमुख्यमंत्री
सासाराम हिंसा को लेकर पूर्व उपमुख्यमंत्री प्रसाद ने बिहार सरकार को जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि इस हिंसा को लेकर सीएम नीतीश कुमार की ओर से लापरवाही बरती गई। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को शुरू में ही मामले को लेकर समीक्षा बैठक करनी चाहिए थी, उन्होंने शुरुआत से ही हल्के में लिया। बता दें कि सासाराम में रामनवमी की हिंसा के बाद अब तक 55 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि 4 FIR दर्ज की गई है।
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