ऑन ड्यूटी कंट्रोल रूम में फंदे पर झूल गई महिला सिपाही, सुसाइड नोट में मेजर पर लगाए ऐसे आरोप; पुलिस महकमे में हड़कंप
महिला सिपाही समस्तीपुर के नगर थाना परिसर के 112 पुलिस कंट्रोल रूम में कार्यरत थी। उसके पास से पुलिस ने दो पन्ने का सुसाइड नोट भी बरामद किया है जिसे उसने एसपी को संबोधित करते हुए लिखा है।
बिहार के समस्तीपुर में पुलिस कंट्रोल रूम में ड्यूटी के दौरान ही एक महिला सिपाही ने खुदखुशी कर ली। ड्यूटी के दौरान कमरा बंद देख अन्य पुलिसकर्मी गेट तोड़कर अंदर घुसे तो अर्चना का शव फंदे से लटका मिला। आनन-फानन में उसे समस्तीपुर सदर अस्पताल लाया जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। महिला सिपाही की पहचान 2018 बेच की महिला पुलिस क्रमांक 777 अर्चना कुमारी के रूप में हुई हैं। अर्चना के पति सुमन कुमार भी सिपाही के पद पर कार्यरत है जो पिछले 2 महीने से सस्पेंड थे। वह गया जिले के रहने वाले हैं और दोनों पति-पत्नी समस्तीपुर में साथ-साथ रहते थे। महिला सिपाही की खुदकुशी की खबर के बाद पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है ।
सुसाइड नोट में क्या लिखा?
28 वर्षीय महिला सिपाही अर्चना समस्तीपुर के नगर थाना परिसर के 112 पुलिस कंट्रोल रूम में कार्यरत थी। उसके पास से पुलिस ने दो पन्ने का सुसाइड नोट भी बरामद किया है जिसे उसने एसपी को संबोधित करते हुए लिखा है। सुसाइड नोट में अर्चना ने अपने पति जो समस्तीपुर जिला पुलिस में सिपाही है उसके निलंबन पर सवाल उठाए हैं। साथ ही विभाग की ओर से सरकारी क्वार्टर खाली करने को लेकर बनाए जा रहे दबाव का जिक्र है। अर्चना ने एक मेजर पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है।
उसने लिखा है कि सरकारी कमरा खाली करने को लेकर मेजर द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा था। महिला सिपाही और उसके पति किराये के मकान में रहते थे और लोन की वजह से परेशान थे। मुख्यालय डीएसपी के मौखिक आदेश पर पुलिस लाइन के एक क्वार्टर में रहने लगे लेकिन मेजर के द्वारा उसके पति पर कमरे का ताला तोड़ने का आरोप लगा कर रूम खाली करवाया गया। सुसाइड नोट के माध्यम से मृतक सिपाही ने एसपी से मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
'विभागीय प्रताड़ना के कारण डिप्रेशन में थी अर्चना'
वहीं, मौत की सूचना पर पहुंचे सिपाही पति सुमन कुमार का कहना है कि हेडक्वार्टर डीएसपी के मौखिक आदेश पर मेजर के द्वारा सरकारी क्वार्टर में कमरा दिया गया था। बाद में मेजर के द्वारा उसपर ताला तोड़कर रूम में रहने का आरोप लगाकर एक महीने के पैसे भी काट लिए गए। इसकी शिकायत दोनों पति पत्नी ने एसपी से भी की थी। इसके बाद एसपी ने उसे रिलीज करने का आश्वासन भी दिया था लेकिन मेजर नयन कुमार एसपी को गलत कन्विंस करते थे। सुमन ने बताया कि बुधवार को उनकी पत्नी अर्चना मुख्यालय डीएसपी से मिलने गई थी, लेकिन उसकी नहीं सुनी गई। जिससे वह काफी डिप्रेशन में चली गई थी। सुमन का कहना है कि विभागीय प्रताड़ना के कारण अर्चना डिप्रेशन में थी जिससे उसने जान दे दी।
वहीं, इस संबंध में सदर डीएसपी संजय कुमार पांडे ने बताता, महिला सिपाही 112 कंट्रोल रूम में पोस्टेड थी। उसने ड्यूटी के दौरान ही आत्महत्या की है लेकिन कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। उनके परिवार वालों को सूचित किया गया है। सुसाइड नोट के सवाल को नजरअंदाज करते हुए उन्होंने कहा कि इस बिंदु पर भी जांच की जाएगी।
(रिपोर्ट- संजीव नैपुरी)
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