बिहार में महागठबंधन को मिल सकता है नया साथी, लालू यादव ने भरी हामी, दही-चूड़ा से हुई 'दोस्ती' की शुरुआत
राजद प्रमुख लालू यादव अपने बेटे तेज प्रताप यादव के साथ राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख पशुपति कुमार पारस के आवास पर गए।
पटनाः आरजेडी प्रमुख लालू यादव बुधवार को अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के साथ राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी प्रमुख पशुपति कुमार पारस के घर पहुंचे और मकर संक्रांति के मौके पर आयोजित भोज में शामिल हुए। इस मौके पर पशुपति कुमार पारस ने कहा कि मकर संक्रांति पर, मैंने एनडीए, राजद, कम्युनिस्ट, कांग्रेस सभी दलों के लोगों को आमंत्रित किया और मैंने उनसे भोज में आने का अनुरोध किया। सभी दलों के लोग आए।
पशुपति पारस ने लालू यादव को बताया बड़ा भाई
पशुपति पारस ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी निमंत्रण दिया था लेकिन वह नहीं आये। ये पूछे जाने पर कि क्या आप महागठबंधन में शामिल होंगे? पारस ने कहा कि लालू प्रसाद यादव से मेरा पुराना पारिवारिक रिश्ता है। जहां भी हम मिलते हैं, मैं उनका आदरपूर्वक स्वागत करता हूं। वह हमारे सम्मानित नेता हैं, बड़े भाई हैं। अभी इस संबंध में कुछ कहना जल्दबाजी होगी। फिर ये पूछे जाने पर कि क्या NDA का दरवाजा अब बंद हो गया है? पारस ने कहा कि अभी चुनाव में 10 महीने का समय बचा है, अभी कुछ नहीं कहा जा सकता।
चिराग को क्यों नहीं बुलाया, बताई वजह
चिराग पासवान को आमंत्रित नहीं करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कल चिराग पासवान का कार्यक्रम था। चिराग की तरफ से हमें कोई निमंत्रण नहीं आया। इसलिए मैंने उन्हें आमंत्रित नहीं किया। महागठबंधन में जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि व्यक्ति बलवान नहीं समय बलवान होता है। समय का इंतजार करिए।
पारस को गठबंधन में शामिल करने के सवाल पर लालू ने दिया ये जवाब
लालू यादव से जब ये पूछा गया कि क्या पशुपति पारस को महागठबंधन में लेंगे तो आरजेडी चीफ सिर्फ हां कहकर आगे बढ़ गए। लालू यादव के इस बयान के बाद अटकलें लगने लगी हैं कि क्या चिराग पासवान के चाचा पशुपति पारस महाठबंधन में शामिल होंगे।
इसी साल बिहार में होंगे चुनाव
बता दें कि बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं। चिराग पासवान के साथ पारस की नहीं बन रही है। चाचा-भतीजा दोनों अभी एनडीए के साथ हैं। लोकसभा चुनाव में पारस को कोई सीट नहीं मिली थी।