RCP Singh vs JDU: आरसीपी सिंह (RCP Singh) ने जनता दल यूनाइटेड (JDU) की प्राथमिक सदस्यता से कल इस्तीफा दे दिया था। आरसीपी सिंह JDU के सबसे अहम और सेंकेड मैन के तौर पर माने जाते थे। इस्तीफा देने के बाद आरसीपी सिंह ने जेडीयू पर जमकर बरसे थे।उन्होंने कहा था कि नीतीश कुमार सात जन्मों में भी प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे। आरसीपी सिंह ने इस दौरान कई सवाल उठाए थे जिनका आज जेडीयू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जवाब दिए।
"केयरटेकर मालिक नहीं हो सकता"
आरसीपी सिंह ने इस्तीफे के बाद कहा था कि जेडीयू डूबता हुआ जहाज है। अब आरसीपी सिंह को जवाब देने के लिए खुद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह सामने आए। ललन सिंह ने कहा कि JDU एक डूबता नहीं बल्कि दौड़ता जहाज है। ललन ने साफ कर दिया कि नीतीश ही जेडीयू के मालिक हैं। पार्टी का केयरटेकर मालिक नहीं हो सकता। ललन ने कहा कि आरसीपी सिंह खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बने बल्कि उनको नीतीश कुमार ने बनाया। उन्होंने कहा कि केयरटेकर मालिक नहीं हो सकता।
"एक और चिराग मॉडल तैयार किया जा रहा था"
जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक बड़ा खुलासा किया। उन्होंने कहा कि जेडीयू डूबता नहीं बल्कि दौड़ता जहाज है। कुछ लोग जहाज में छेद कर रहे थे, लेकिन समय रहते जहाज के छेद की मरम्मत कर ली गई। उन्होंने कहा कि जेडीयू को 43 सीट आईं ये साजिश की वजह से ऐसा हुआ है। उन्होंने कहा कि हम लोग अब सतर्क हैं, 2020 में एक चिराग मॉडल आया था, अब एक और चिराग मॉडल तैयार करके षड्यंत्र किया जा रहा था। ललन ने कहा कि नीतीश कुमार की सीट घटाने के लिए साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा जनता ने वोट देना कम नहीं किया, हमारे खिलाफ बड़े-बड़े पड़यंत्र किए गए।
मंत्रिमंडल में शामिल होने का फैसला आरसीपी ने क्यों लिया?
ललन सिंह ने बीजेपी के साथ पर कहा कि सब कुछ ठीक है, ऑल इज वेल है। उन्होंने कहा उपराष्ट्रपति के चुनाव में हमलोगों ने अभी ही पूरा साथ दिया है। 2019 में ही नीतीश ने सबसे परामर्श करके ही फैसला ले लिया था कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होंगे। लेकिन 2021 में आरसीपी सिंह ने मंत्रिमंडल में शामिल होने का फैसला राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाते लिया, क्यों लिया, किससे परामर्श किया, ये वही बता सकते हैं।