सीएम नीतीश कुमार के प्रिंसिपल सेक्रेटरी ने उड़ाया प्लेन, बोले- जिंदगी का सपना सच हो गया
एस सिद्धार्थ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रधान सचिव के साथ साथ गृह और कैबिनेट विभाग के अपर मुख्य सचिव भी हैं। उन्होंने आईआईटी दिल्ली से सूचना प्रौद्योगिकी में डॉक्टरेट की डिग्री हासिल की है।
सपना तो आखिर सपना होता है। इसे पूरा करने की हसरत कभी किसी उम्र में खत्म नहीं होती। इंसान अगर अपने सपने को सच करने की कोशिश में लग जाए तो वह कामयाब भी जरूर होता है। ऐसा ही काम कर दिखाया है बिहार के सीएम नीतीश कुमार के प्रधान सचिव एस सिद्धार्थ ने। एस सिद्धार्थ बीते 5 अक्टूबर को अपना अकेले विमान उड़ाने का सपना पूरा कर लिया है। उन्होंने इस बात की जानकारी खुद साझा की है।
क्या बोले सिद्धार्थ?
एस सिद्धार्थ ने इस कामयाबी की खुशी शेयर करते हुए बताया कि 5 अक्टूबर 2023 को मैंने पहली बार अकेले विमान चलाया। हवा में अकेले उड़ना एक सपने के सच होने जैसा था। बचपन में मैं हमेशा विमान उड़ाने का सपना देखता था। अपने मैकेनो-किट का उपयोग करके मैं धातु के हवाई जहाज बनाता था और एक डोरी की मदद से उसे चारों ओर घुमाता था, इस उम्मीद में कि वह उड़ जाएगा। उन्होंने बताया कि 40 साल पहले उन्होंने पहली बार एक स्कूल समूह के साथ एयर इंडिया से यात्रा की थी। अब वह जाकर विमान चला सके।
कैसा रहा अनुभव?
एस सिद्धार्थ ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि विमान में अकेले बैठना और उसे उड़ाना एक ऐसा अनुभव है जिसे व्यक्त नहीं किया जा सकता। जब आपके पास एक सह-पायलट होता है तो चीजें आसान हो जाती हैं क्योंकि आपका सह-पायलट कुछ कार्यों को भी संभालता है और मशीन पर घटनाओं पर चर्चा करता है। जब आप अकेले होते हैं तो आपको फ्लाइट कंट्रोल के साथ-साथ रेडियो ट्रांसमिशन समेत हर चीज का ध्यान रखना होता है। इस प्रक्रिया में बहुत कुछ पढ़ना, परीक्षा उत्तीर्ण करना आवश्यक है। यह आपको स्कूल और कॉलेज के दिनों में वापस ले जाता है, जब किसी को पढ़ना, सीखना, याद रखना और दोहराना होता है, जो इस उम्र में मुश्किल हो जाता है। उन्होंने कहा कि उम्र चाहे कुछ भी हो, सीखना कभी नहीं रुकता।
जानें एस सिद्धार्थ के बारे में
एस सिद्धार्थ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रधान सचिव के साथ साथ गृह और कैबिनेट विभाग के अपर मुख्य सचिव भी हैं। उन्होंने आईआईटी दिल्ली से सूचना प्रौद्योगिकी में डॉक्टरेट की डिग्री हासिल की है। 1987 में उन्होंने आईआईटी दिल्ली से कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग में बीटेक किया था। सिद्धार्थ आईआईएम, अहमदाबाद से 1989 में एमबीए भी कर चुके हैं। उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में अपनी दूसरी पीएचडी भी की है। सिद्धार्थ की पत्नी भी आईएएस अधिकारी हैं।
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