औरंगाबाद: अकसर नेता और मंत्री लोगों के बीच अपनी और अपने सरकार की छवि को साफ करने के लिए बयान देते रहते हैं। मगर कभी-कभी यही नेता और मंत्री अपनी बातों पर ध्यान नहीं देते और उल्टे-सीधे बयान दे देते हैं। अभी कुछ ऐसा ही बिहार सरकार में विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के मंत्री सुमित कुमार सिंह के साथ हो रहा है। दरअसल सुमित सिंह शुक्रवार को सत्ताधारी महागठबंधन के सहयोगी दल JDU के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ द्वारा शहर के नगर भवन में आयोजित 'कारवाने इतेहाद व भाईचारा' कार्यक्रम में भाग लेने गए थे। इस दौरान उन्होंने कुछ ऐसा बोल दिया कि अब वो चर्चा का विषय बन गया है।
सुमित सिंह ने आखिर क्या कहा?
दरअसल कार्यक्रम के दौरान मंत्री सुमित सिंह से पूछा गया कि बिहार सरकार द्वार छात्रों के लिए क्या-क्या कार्य किए जा रहे हैं। इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि तकनीकी पढ़ाई के लिए छात्रों को अब नोएडा और बेंगलुरू जाने की जरूरत नहीं है। अब यहीं 5 रुपये में पॉलिटेक्निक और 10 रुपये में इंजीनियरिंग की पढ़ाई बिहार सरकार करा रही है।
उन्होंने आगे कहा कि बिहार में छात्रों को 2 लाख, 3 लाख या फिर 5 लाख इंजीनियरिंग पर खर्च करने की जरूरत नहीं है बल्कि केवल 5 रुपये में पॉलिटेक्निक और 10 रुपये में इंजीनियरिंग कर सकते हैं।
सरकारी कॉलेज में कितनी है फीस
बिहार के सरकार इंजीनियरिंग कॉलेज में फीस की बात करें तो एक प्रथम वर्ष की फीस 12,630 रुपये है तो वहीं बाकी 3 वर्ष की फीस 10,530 प्रति वर्ष है। यानी बिहार के सरकार कॉलेज में इंजीनियरिंग के चार वर्ष की कुल फीस 44,220 है। अगर हम पॉलिटेक्निक कॉलेज की फीस की बात करें तो वहां आपको यहां आपको 5 सेमेस्टर के लिए कुल 8,795 रुपये देने होंगे।
आपको बता दें कि बिहार सरकार के मंत्री जिस 5 रुपये में पॉलिटेक्निक और 10 रुपये में इंजीनियरिंग की बात कर रहे हैं वो केवल नामांकन फीस है। बिहार के सरकारी कॉलेजों में पॉलिटेक्निक के प्रथम वर्ष में 5 रुपये और इंजीनियरिंग के प्रथम वर्ष में 10 रुपये नामांकन फीस है।
(बिहार के औरंगाबाद से किशोर प्रियदर्शी की रिपोर्ट)
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