पटना: जनता दल (यूनाइटेड) को छोड़कर अलग पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल बना चुके उपेंद्र कुशवाहा के सुर अब बदल गए हैं। उन्होंने मंगलवार को कहा कि अभी तक 2024 के लिए नरेंद्र मोदी के सामने मुझे कोई चुनौती नजर नहीं आ रही है। उन्होंने जदयू को अब शून्य बताते हुए यह भी कहा कि पहले लोग नीतीश कुमार को सर्वमान्य नेता बताते थे, लेकिन अब उनकी ही बात काटने लगे।
'नरेंद्र मोदी के सामने अभी कोई चुनौती नहीं दिख रही'
एक दिन पहले जेडीयू को छोड़ चुके पूर्व केंद्रीय मंत्री कुशवाहा ने मंगलवार को पटना में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि विपक्ष में प्रधानमंत्री के दर्जन भर से ज्यादा उम्मीदवार हैं। विपक्ष में अभी कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी है। उन्होंने कहा कि विपक्ष को एकजुट करने का जो प्रयास चल रहा है उसमे तारतम्यता नहीं है उससे नरेंद्र मोदी के सामने अभी कोई चुनौती नहीं दिख रही। उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि यह मेरी निजी राय है।
'अब जेडीयू शून्य हो चुकी है'
कुशवाहा ने एकबार फिर जेडीयू पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी में कुछ भी संगठनात्मक रूप से ठीक नहीं चल रहा है। उन्होंने कहा कि अब जेडीयू में कुछ भी नहीं है। वह शून्य हो चुकी है। शून्य को तोड़िएगा तो उसमें से क्या निकलेगा। अब टूट फूट का कोई मामला नहीं है, खाली घर है अब। उन्होंने ललन सिंह के बयान पर निशाना साधते हुए बिना किसी का नाम लिए कहा कि नीतीश कुमार के बोलने के बाद भी अब कोई व्यक्ति कह रहा, जो वे बोल रहे वही सही है। कल तक जो सर्वमान्य नेता थे उसी पर प्रश्नचिन्ह लगा रहे हैं।
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2025 में तेजस्वी करेंगे महागठबंधन का नेतृत्व?
उल्लेखनीय है कि नीतीश कुमार राजद के नेता तेजस्वी यादव को 2025 में महागठबंधन का नेतृत्व करने की बात कह चुके हैं, जबकि सोमवार को पार्टी अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा था कि 2025 का 2025 में तय होगा। कुशवाहा ने के सी त्यागी के एक बयान पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि जेडीयू के कार्यकर्ता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दिल्ली के लाल किला पर देखना चाहते थे और पार्टी के बड़े नेता केसी त्यागी कहते हैं कि 2030 तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार में रहेंगे।