पटनाः बिहार में आज मकर संक्रांति परंपरागत हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर दही-चूड़ा भोज का कार्यक्रम रखा गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी पहुंचे। सूत्रों ने बताया कि इस बार आरजेडी चीफ लालू यादव ने नीतीश कुमार को दही का टीका नहीं लगाया। इससे पहले लालू ने 2016 और 2017 में महागठबंधन में साथ रहते हुए नीतीश कुमार को दही का टीका लगाया था लेकिन इस बार नहीं लगाया।
विधायक बोले आरजेडी ही बड़ा भाई
इस मुद्दे पर जब आरजेजी विधायक भाई वीरेंद्र से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि लालू यादव के आशीर्वाद से ही नीतीश मुख्यमंत्री बने हैं। लालू यादव बड़े हैं, इसमें कहां कोई शक है। 79 विधायक हमारे हैं तो हम ही बड़े भाई हैं। हम तो चाहते हैं नीतीश कुमार पीएम बनें और तेजस्वी यादव बिहार के मुख्यमंत्री बनें।
Image Source : @yadavtejashwiमकर संक्रांति के दौरान लालू यादव और नीतीश कुमार
आरजेडी विधायक का बयान जेडीयू को लग सकता है बुरा
भाई बीरेंद्र का यह बयान नीतीश कुमार और उनकी पार्टी को नागवार गुजर सकती है। नीतीश कुमार को करीब से जानने वाले हर व्यक्ति को ये पता है कि नीतीश गठबंधन में सहयोगी की कृपा या किसी नेता के आशीर्वाद से सीएम बने होने की बात सुनना बिल्कुल पसंद नहीं करते।
जेडीयू नेता जताते रहे हैं नाराजगी
नीतीश कुमार और उनकी पार्टी के नेता इससे पहले 2013 से 2017 के बीच लालू यादव के साथ सरकार में रहते हुए आरजेडी नेताओं के इस तरह के बयान को लेकर नाराजगी जताते रहे हैं। अभी हाल तक ललन सिंह बीजेपी नेताओं पर एनडीए में नीतीश के रहने के दौरान बीजेपी की कृपा से नीतीश कुमार के सीएम बने होने के बीजेपी नेताओं के बयान का हवाला देकर भाजपा से अलग होने की वजह के तौर पर बताते रहे हैं।
मीडिया को नहीं मिली थी एंट्री
बता दें कि आज मकर संक्रांति के भोज के दौरान पहली बार ऐसा हुआ जब राबड़ी देवी के आवास पर मीडिया को इंट्री नहीं दी गयी। नीतीश कुमार भी भोज खाने आये थे। इस मौके पर महागठबंधन के कई नेता भी कार्यक्रम में शरीक हुए।