पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 2024 के आम चुनाव में केंद्र में सत्तारूढ़ BJP के खिलाफ विपक्षी दलों को एकजुट करने के मकसद से विपक्षी नेताओं से लगातार संपर्क में हैं। नीतीश ने मंगलवार को राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू यादव से मुलाकात की और उनका कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से भी मुलाकात का कार्यकर्म है। नीतीश मंगलवार को शाम करीब पौने 4 बजे पटना के जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए रवाना हुए जहां उनकी कांग्रेस नेता सोनिया गांधी से भी मुलाकात करने की उम्मीद है।
‘बीजेपी को 100 से कम सीटों पर समेट देगा संयुक्त मोर्चा’
बता दें कि नीतीश ने पूर्व में कई मौकों पर कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दलों को 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए हाथ मिलाने की सलाह दे चुके हैं। नीतीश ने फरवरी महीने में पटना में आयोजित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी (भाकपा माले) जो कि बिहार की महागठबंधन सरकार का बाहर से समर्थन कर रही है, के 11वें आम सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था कि एक ‘संयुक्त मोर्चा’ बीजेपी को 100 से कम सीटों पर समेट देगा।
पवार, केजरीवाल समेत कई नेताओं से मिले थे नीतीश नीतीश ने कांग्रेस को संबोधित करते हुए कहा था, ‘मैं चाहता हूं कि आप लोग जल्द निर्णय लें। अगर वे मेरा सुझाव मान लेते हैं और एक साथ लड़ते हैं तो बीजेपी 100 सीटों से नीचे चली जाएगी, लेकिन अगर वे मेरा सुझाव नहीं मानेंगे तो आप जानते हैं कि क्या होगा।’ नीतीश ने यह भी दोहराया था कि उनकी प्रधानमंत्री बनने की कोई महत्वाकांक्षा नहीं है या वह पद के दावेदार थे। इससे पहले नीतीश पिछले साल सितंबर में दिल्ली गए थे, जहां उन्होंने शरद पवार, अरविंद केजरीवाल, डी राजा, सीताराम येचुरी और अखिलेश यादव से मुलाकात की थी।
‘नीतीश का पीएम बनने का सपना कभी पूरा नहीं होगा’
नीतीश कुमार की दिल्ली की नवीनतम यात्रा और उनके विपक्ष को एकजुट करने के बार-बार के दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए बिहार बीजेपी के अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा, ‘नीतीश कुमार का प्रधानमंत्री बनने का सपना कभी पूरा नहीं होगा क्योंकि देश के लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके नेतृत्व में विश्वास है। विपक्षी नेताओं में बिल्कुल भी एकता नहीं है।’