पटना: बिहार विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा हुई। राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा में सरकार का पक्ष रखा। राज्यपाल के अभिभाषण पर हुए वाद-विवाद पर सरकार का पक्ष रखते हुए मुख्यमंत्री ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के एक बार टोकने पर कहा, "जिस समय उधर थे हम तब आप गोद में थे। गोद में थे तो क्या समझते..।"
तेजस्वी ने फिर कुछ कहा तो नीतीश कुमार ने कहा, "आपको गोद में नहीं उठाये हैं? हमारी बात सुनिये आगे काम आयेगा। सिर्फ हो-हो करने से कुछ होगा क्या। हम एक-एक सवालों का जवाब देंगे।" आगे नीतीश कुमार ने कहा कि अटल जी के साथ काम करने के अनुभव के बाद ही हम आगे बढ़े हैं। तेजस्वी ने कहा अभी का अनुभव बताइए। जवाब में नीतीश कुमार ने कहा कि आपको मेरे साथ का 1 साल 8 महीने का अनुभव बताना चाहिए।
इसके साथ ही नीतीश कुमार ने कहा कि पूरे देश में 10 फीसदी सबसे ज्यादा कोरोना जांच बिहार में हुई है। हमने अधिकारियों से कहा है कि लोगों के बीच में जाकर कोविड जांच के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि बिहार में कोविड रिकवरी दर 99.2 फीसदी है। उन्होंने कहा कि अगर टेस्टिंग में कहीं कोई गड़बड़ी है तो उसकी जांच की जाएगी। साथ ही सीएम ने विपक्ष से अपील किया कि कोई भी सुझाव हो तो बेफ्रिक होकर दें, अगर शिकायत सही पाई गई तो सरकार जांच करेगी।
उन्होंने कहा कि हम हाथ जोड़कर प्रार्थना करते हैं कि अगर किसी भी प्रतिनिधि के क्षेत्र में कोई कमी है तो उसकी शिकायत संबंधित विभाग के मंत्री या फिर हमसे पत्र या मिलकर कीजिए हम उसकी जांच कर दुरूस्त करने का काम करेंगे। नीतीश कुमार ने कहा कि हमने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को दोबारा जांच का दायरा बढ़ाने का निर्देश दिया है। दरअसल, विपक्ष का आरोप है कि बिहार में कोविड जांच में धांधली हुई है।
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