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Hindi News बिहार नीतीश कुमार फिर कहीं जाने वाले हैं? बिहार कांग्रेस अध्यक्ष ने किया दावा, कही ये बात

नीतीश कुमार फिर कहीं जाने वाले हैं? बिहार कांग्रेस अध्यक्ष ने किया दावा, कही ये बात

नीतीश कुमार कभी एनडीए के साथ तो कभी महागठबंधन के साथ पाला बदलकर सियासत में हलचल पैदा करते रहते हैं। अब एक बार फिर उनके पाला बदलने को लेकर बिहार कांग्रेस अध्यक्ष ने बड़ा दावा किया है।

पीएम मोदी के साथ नीतीश कुमार- India TV Hindi Image Source : PTI पीएम मोदी के साथ नीतीश कुमार

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पलटी मारने को लेकर अब फिर एक नई खबर सामने आ रही है। इस बार बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने नीतीश कुमार को लेकर बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बार-बार यह कहना कि वह राजग के साथ हैं, इस बात का संकेत है कि वे एक बार फिर कहीं जाने वाले हैं। अखिलेश प्रसाद सिंह ने बिहार प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही। अखिलेश प्रसाद सिंह का ध्यान एक दिन पहले जमुई में आयोजित एक समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में दिए गए कुमार के भाषण की ओर दिलाया गया तो उन्होंने यह बात कही। 

बार स्पष्टीकरण दे रहे हैं नीतीश

नीतीश कुमार ने महागठबंधन के साथ जाने को अपनी एक गलती करार दिया था और कहा था कि वे अब कभी उसे नहीं दोहराना चाहते। कांग्रेस नेता ने कहा, "हमारे अनुमान के अनुसार, इस साल जनवरी में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में वापसी के बाद से यह 14वीं बार है, जब नीतीश कुमार ने इस आशय का बयान दिया है"। उन्होंने कहा, "किसी को एक, दो या तीन बार स्पष्टीकरण देने की जरूरत पड‍़ती है। लेकिन, जब आप ऐसा 14 बार करते हैं, तो यह केवल संदेह को ही जन्म देता है। ऐसा लगता है कि नीतीश जी फिर कहीं जाने वाले हैं।" 

मुझे नहीं पता कि वह हमारे साथ आएंगे या नहीं

यह पूछे जाने पर कि क्या वह कुमार के महागठबंधन में वापस आने की संभावना की ओर इशारा कर रहे हैं, सिंह ने रहस्यमयी ढंग से टिप्पणी करते हुए कहा, "मुझे नहीं पता कि वह हमारे साथ आएंगे या नहीं। लेकिन, वह निश्चित रूप से कहीं जा रहे हैं।" पूर्व केंद्रीय मंत्री ने प्रधानमंत्री के बिहार के "एक सप्ताह में दो दौरे" पर भी आपत्ति जताई। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ प्रधानमंत्री का दरभंगा दौरा उस दिन हुआ जब झारखंड में वोट डाले जा रहे थे। दरभंगा में उनके भाषण का सीधा प्रसारण किया जा रहा था, जहां उन्होंने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की आधारशिला रखी थी, जबकि पिछले साल उन्होंने झूठा दावा किया था कि अस्पताल पहले ही स्थापित हो चुका है।’’ 

उन्होंने कहा, ‘‘कम से कम चुनाव आयोग को यह सुनिश्चित करना चाहिए था कि मतदान के दिन झारखंड में उनके भाषण का प्रसारण न हो। एआईसीसी महासचिव जयराम रमेश के नेतृत्व में हमारे प्रतिनिधिमंडल ने पहले ही आयोग के समक्ष विरोध दर्ज करा दिया है।’’ (इनपुट-भाषा)